आईजी उमेश जोगा के मुताबिक दोनों आरोपियों ने बताया है कि गिरोह के सभी छह सदस्य सात नवंबर को कटनी आए थे. यहां वारदात के लिए मणप्पुरम गोल्ड फायनेंस ऑफिस की लगातार रैकी की. कटनी में ही उन्होंने एक पुरानी बाइक खरीदी और किराए पर मकान के साथ कुछ दिन होटल में भी ठहरे. वारदात के बाद सुरक्षित भागने की सभी तैयारियां कर उन्होंने डकैती डाली.
वारदात के बाद कटनी के साथ पड़ोसी जिलों में भी अलर्ट जारी किया गया था.सीसीटीवी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए उनकी खोजबीन शुरू की गई. अलर्ट के बाद निवास पुलिस ने शनिवार को ही देर शाम बिहार के रहने वाले दो आरोपियों शुभम तिवारी (24 साल) निवासी पटना और अंकुश साहू (25 साल) को पकड़कर कटनी पुलिस के हवाले किया था. पुलिस ने इन आरोपियों की जानकारी पर डकैती में प्रयुक्त तीन बाइकें, एक कट्टा, एक कारतूस और 10 हजार रुपए बरामद किए हैं. हालांकि वारदात के 24 घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी फायनेंस कंपनी लूटे गए सोने की वास्तविक जानकारी पुलिस को उपलब्ध नहीं करा सकी है.