Kharamas एक माह तक चलने वाला खरमास सोमवार से शुरू हो जाएंगे। 14 मार्च की रात 2.39 पर सूर्य कुंभ से निकलकर गुरु की राशि मीन में प्रवेश करेगा। इसके बाद 14 अप्रैल को सुबह 10.53 पर मेष राशि में सूर्य के आते ही खरमास खत्म हो जाएंगे। ऐसे में इस माह के दौरान शुभ काम नहीं किए जा सकेंगे।
धनु और मीन राशि का स्वामी बृहस्पति होता है। इनमें राशियों में जब सूर्य आता है तो खरमास दोष लगता है। सूर्य की राशि में गुरु हो और गुरु की राशि में सूर्य रहता हो तो उस काल को गुर्वादित्य कहा जाता है। जोकि सभी शुभ कामों के लिए वर्जित माना गया है।
खरमास में दान करने से तीर्थ स्नान जितना पुण्य फल मिलता है। इस महीने में निष्कम भाव से ईश्वर के नजदीक आने के लिए जो व्रत किए जाते है। उनका अक्षय फल मिलता है और व्रत करने वाले के सभी दोष खत्म हो जाते हैं। इस दौरान जरूरतमंद लोगों,साधुजनों और दुखियों की सेवा करने का महत्व है। खरमास में दान के साथ ही श्राध्द और मंत्र जाप का भी विधान है।