कटनी। पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं के विरूद्ध घटित हो रहे अपराधों एवं घरेलू हिंसा की रोकथाम तथा महिलाओं व बालिकाओं को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विशेष तौर पर पुरूषों को जागरूक करने हेतु चलाए जा रहे विशेष जागरूकता अभियान ‘‘मैं हुं अभिमन्यु‘‘ को दिनांक 03.10.2024 से 12.10.2024 तक संचालित कर थाना क्षेत्र में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करते हुए आमजन की जागरूकता हेतु कार्यक्रम आयोजित किए जाने हेतु निर्देशित किया गया है।
पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन के निर्देशन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डा. संतोष डेहरिया व नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमति ख्याति मिश्रा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक आशीष कुमार शर्मा द्वारा आज दिनांक 04 अक्टूबर 2024 को साधूराम स्कूल परिसर में आयोजित दंगल कार्यक्रम में ‘‘मैं हुं अभिमन्यु‘‘ कार्यक्रम का व्यापक स्तर पर आयोजन किया गया। उक्त दंगल कार्यक्रम में कटनी शहर के गणमान्य नागरिकों के साथ-साथ आमजन भी भारी संख्या में उपस्थित थे।
थाना प्रभारी कोतवाली निरी. आशीष कुमार शर्मा द्वारा अपने स्टाफ व चौकी प्रभारी झिंझरी उनि. प्रियंका राजपूत के साथ *‘‘मैं हुं अभिमन्यु‘‘* अभियान के तहत स्कूल प्रांगण में उपस्थित महिलाओं, पुरूषों, बालक, बालिकाओं को महिला संबंधी अपराधों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए लोगों को जागरूक किया और महिलाओं/बच्चियों के साथ घटित हो रही घटनाओं पर पूर्णतः अंकुश लगाने में पुलिस की सहायता करने की अपील की गई। थाना प्रभारी आशीष शर्मा द्वारा बताया गया कि अब महिलाएं भी पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में काम कर रही है, इसलिए हमारे मन में महिला-पुरूष भेदभाव की भावना नहीं होना चाहिए। हमारा समाज एक आदर्श समाज और सभ्य समाज तभी कहलाएगा जब महिलाओं को पूरा सम्मान मिलेगा। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं व बालिकाओं को उनके अधिकारों के बारे में अवगत कराते हुए शिक्षा ग्रहण करने, नौकरी करने, अपने अधिकारों का उपयोग करने की पूर्ण स्वतंत्रता है।
थाना प्रभारी द्वारा उपस्थित आमजन से महिलाओं के विरूद्ध घटित हो रहे अपराधों जैसे घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, यौन शोषण, छेड़छाड़ पर पूर्णतः अंकुश लगाने व ऐसी घटनाओं की सूचना तुरंत पुलिस को देने की समझाईश दी गई, ताकि आरोपियों के विरूद्ध कठोर वैधानिक कार्यवाही कर महिला संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।
उक्त अभियान मुख्य रूप से पुरूषों को जागरूक किए जाने हेतु चलाया जा रहा है ताकि वे भी एक अभिमन्यु की तरह महिलाओं बच्चियों के प्रति सहयोग, सम्मान व समानता की भावना रखें जिससे महिलाओं व बच्चियों को सुरक्षित वातावरण मिल सके।