दूसरी तरफ, राजधानी दिल्ली समेत मध्य प्रदेश और सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में सरकारें अनलॉक की योजना बना रही हैं। इन तीन राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले काफी हद तक काबू में हैं। ऐसे में यहां 1 जून के बाद से लॉकडाउन के प्रावधानों में थोड़ी छूट मिलने की पूरी संभावना बन रही है।
कर्नाटक में 7 जून तक लॉकडाउन में छूट नहीं
सोमवार तक के आंकड़ों के अनुसार, कोविड-19 के सबसे ज्यादा ऐक्टिव केस कर्नाटक में ही हैं। वहां 7 जून तक पूरी तरह लॉकडाउन है। सीएम बीएस येदियुरप्पा ने अधिकारियों से यह तो कह दिया है कि वे चरणबद्ध तरीके से पाबंदियां हटाने का रोडमैप तैयार करें। हालांकि शर्त साफ है कि अगर नए मामलों में गिरावट का ट्रेंड बरकरार रहता है तो ही जून के दूसरे हफ्ते से राहत मिलनी शुरू होगी।
राजस्थान में 15 दिन के लिए बढ़ा है लॉकडाउन
राजस्थान सरकार ने 25 मई से 8 जून की सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन जारी रखने का फैसला किया है। वहां पर फेस मास्क न पहनने पर जुर्माना भी 500 रुपये से बढ़ाकर 1,000 रुपये कर दिया गया है। 30 जून तक राज्य में शादी समारोहों की अनुमति भी नहीं होगी। राज्य सरकार ने एक रिलीज में यह जरूर कहा है कि जिन जिलों में कोविड-19 की स्थिति खासी सुधर चुकी होगी, वहां 1 जून से व्यवसायिक गतिविधियों में थोड़ी छूट दी जा सकती है।
तेलंगाना में भी लॉकडाउन बढ़ेगा, साफ संकेत
तेलगांना में सरकार 7 या 10 जून तक के लिए लॉकडान बढ़ा सकती है। सरकार पाबंदियों में छूट तो देना चाहती है मगर कोविड-19 के केस कम नहीं हुए तो उसे मजबूरन लॉकडाउन बढ़ाना पड़ेगा। राज्य में 12 मई से लॉकडाउन किया गया था जिसमें रोज 4 घंटे की छूट दी जा रही थी। सीएम के. चंद्रशेखर राव 28 मई को लॉकडाउन एक्सटेंशन पर फैसला करेंगे।
लॉकडाउन कड़वी दवा मगर यही एक रास्ता: तमिलनाडु सीएम
तमिलनाडु से सोमवार को 35 हजार से ज्यादा नए केस दर्ज किए गए जो पूरे देश में सबसे ज्यादा हैं। यहां 10 मई से ही लॉकडाउन किया गया था जिसे 24 मई से एक हफ्ते के लिए और सख्त किया गया है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को कहा कि बिना किसी छूट के लॉकडाउन भले ही कड़वी दवा के जैसा हो, मगर कोविड-19 संक्रमण को रोकने का यही एक तरीका है। राज्य में ऐक्टिव केसेज तीन लाख से ज्यादा हैं, ऐसे में जून के शुरुआती दिनों में यहां राहत मिलने के कोई आसार बनते नहीं दिख रहे।
केरल सरकार भी राहत देने के मूड में नहीं
केरल में सोमवार को 25 हजार से ज्यादा नए केस आए। वहां ऐक्टिव केस 2.8 लाख के करीब हैं। राज्य में 30 मई तक लॉकडाउन को बढ़ाया गया है। मलाप्पुरम जिले में ट्रिपल लॉकडाउन जारी रहेगा जबकि तिरुवनंतपुरम, एर्नाकुलम और थ्रिसूर में थोड़ी राहत दी गई है। कोविड-19 की जैसी स्थिति है, उसे देखते हुए केरल में जून के पहले सप्ताह में लॉकडाउन से राहत मिलने की संभावना कम ही है।
इन राज्यों में भी बरकरार रह सकती है सख्ती
आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, गोवा, छत्तीसगढ़, मिजोरम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश में फिलहाल 30 या 31 मई तक लॉकडाउन है। लद्दाख में भी 7 जून तक लॉकडाउन किया गया है। इनमें से आंध्र, बंगाल, ओडिशा और महाराष्ट्र में ऐक्टिव केसेज की संख्या 1 लाख से ज्यादा है।
इसके अलावा गोवा, सिक्किम जैसे छोटे राज्यों में भी आबादी के लिहाज से केसेज काफी हैं। अगर इस सप्ताह यहां टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 5% से नीचे और ऐक्टिव केसेज में अच्छी-खासी गिरावट देखी जाती है तो लॉकडाउन में थोड़ी ढील मिल सकती है। नहीं तो इन सभी में फिलहाल लॉकडाउन जारी रहने की संभावना है।
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