Lokayukta Raid कटनी में शिक्षा विभाग में आज लोकायुक्त ने एक लिपिक को 55 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। यह क्लर्क अजय खरे है जो अनुकम्पा नियुक्ति के एक मामले में फरियादी राघवेंद्र सिंह से 80 हजार की रिश्वत मांग रहा था। आज पहली किश्त लेते हुए पकड़ा गया।
शिकायत कर्ता राघवेंद्र सिंह पिता स्व कुशल सिंह की शिक्षा विभाग में प्राथमिक शिक्षक थे, जिनकी मृत्यु के बाद अनुकम्पा नियुक्ति के लिए कटनी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ बाबू अजय खरे द्वारा 80000 की रिश्वत मांगी गई, जिस पर फरयादी द्वारा जमीन गिरवी रख 55 हजार रु की पहली किस्त देने आया था,लोकायुक्त को शिकायत कर पैसे देने आयाऔर लोकायुक्त ने रँगे हाथ पकड़ लिया।
नौकरी में रहते हुए कुशल सिंह की मौत हो गई थी
इंस्पेक्टर सुनील दास ने बताया कि बड़वारा निवासी राघवेंद्र सिंह के पिता कुशल सिंह शिक्षा विभाग में प्राथमिक शिक्षक के पद पर पदस्थ थे। नौकरी में रहते हुए कुशल सिंह की मौत हो गई थी। इसके बाद राघवेंद्र सिंह ने शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन दिया था। अनुकंपा नियुक्ति दिलाने के लिए जिला शिक्षा कार्यालय में पदस्थ बाबू अजय खरे ने 80 हजार की रिश्वत मांगी थी। जिसकी शिकायत राघवेंद्र सिंह ने लोकायुक्त जबलपुर से की थी।
पहली किस्त 55 हजार रुपए
लोकायुक्त ने रिश्वत मांगने वाले बाबू को रंगे हाथ हो पकड़ने की योजना बनाई गई। मंगलवार को जैसे ही राघवेंद्र सिंह ने बाबू को रिश्वत की पहली किस्त 55 हजार रुपए दिए। तभी लोकायुक्त टीम ने दबिश देकर आरोपी को पकड़ लिया। लोकायुक्त ने बाबू से रिश्वत के 55 हजार जब्त कर लिए हैं। मामला दर्ज कर प्रकरण की जांच शुरू कर दी है।
Lokayukta Raid in katni