M.P. Cyber Crime मध्यप्रदेश में कलेक्टर की फर्जी वाट्सएप प्रोफाइल बनाकर लोगों से रुपये मांगने का मामला सामने आया है। यह मामला शिवपुरी का है। ठग ने फर्जी प्रोफाइल से उद्योग विभाग के प्रबंधक से ही 50 हजार रुपये की मांग की। जब उनके पास कलेक्टर की प्रोफाइल से मैसेज आया तो उन्होंने तुरंत कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह को इसकी जानकारी दी। इसके बाद प्रशासन सक्रिय हुआ और फेक आइडी होने का संदेश प्रसारित कराया। साइबर पुलिस इस नंबर को ट्रेस कर रही है।
इसके बाद फेक आइडी से करूर वैश्य बैंक का खाता नंबर और बाकी डिटेल भेजी गई। ठग ने पूरी बातचीत अंग्रेजी भाषा में ही की, जिससे लगे कि एक आइएएस अधिकारी ही मैसेज कर रहा है।
इस मामले में कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह का कहना है कि लोगों को साइबर ठगों से सावधान रहना चाहिए। वे लोगों को फंसाने के लिए नई-नई तरकीब खोज रहे हैं और उनसे बचने का जरिया जागरूकता ही है। नंबर के बारे में पता लगा रहे हैं। यदि किसी के पास भी इस तरह के संदेश मेरे फोटो लगी आइडी से आ रहे हैं तो वे इससे सावधान रहें और कोई लेनदेन न करें।
जानकारी के अनुसार सोमवार को उद्योग विभाग के जीएम संदीप उइके के पास एक अनजान नंबर से मैसेज आया कि आप कहां पर हैं। नंबर पर कलेक्टर की तस्वीर लगी हुई थी और बायो में नाम अक्षय कुमार सिंह था। इस पर जीएम ने जवाब दिया कि सर मैं, मेरे आफिस में हूं। इसके बाद ठग ने मैसेज किया कि मैं अभी बहुत जरूरी बैठक में हूं। मातृहीनों को कुछ गिफ्ट देना है, लेकिन व्यस्तता के चलते खुद नहीं कर पाया। मेरे फोन में कोई बैंक लाग-इन नहीं है। तुम 50 हजार रुपये की व्यवस्था कर दो और मैं आज शाम तक इसकी प्रतिपूर्ति करा दूंगा।