Madhya Pradesh weather Alert: भोपाल बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। एक कम दबाव का क्षेत्र पूर्वी राजस्थान और उससे लगे उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर बना है। इसके अतिरिक्त मानसून ट्रफ भी मप्र से होकर गुजर रहा है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से अधिकांश जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सोमवार को जबलपुर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में तेज बौछारें पड़ने की संभावना विशेषकर उज्जैन संभाग में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के ने बताया कि रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रतलाम में 161, सतना में चार, गुना एवं शाजापुर में दो, मलाजखंड में एक, भोपाल में 0.8, धार एवं उज्जैन में 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई। राजधानी का अधिकतम तापमान 29.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से एक डिग्रीसे. कम रहा। यह शनिवार के अधिकतम तापमान (26.3 डिग्रीसे.) के मुकाबले 3.6 डिग्रीसे. अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्रीसे. दर्ज किया गया।
बताया गया कि बंगाल की खाड़ी और पूर्वी राजस्थान पर बने सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी के साथ ही अरब सागर से भी नमी आ रही है। इस वजह से बारिश का सिलसिला बना हुआ है।
उधर मौसम विज्ञान केंद्र के एक पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ने बताया कि पूर्वी राजस्थान और उसके आसपास कम दबाव का क्षेत्र बना है। बंगाल की खाड़ी में में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात सक्रिय है। इस सिस्टम के सोमवार को ओडीशा के तट पर पहुंचकर कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने के आसार है। मानसून ट्रफ वर्तमान में बीकानेर से राजस्थान पर बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर सीधी, छत्तीसगढ़ होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के प्रभाव से सोमवार से पूरे प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में तेजी आने के आसार हैं।