समाचार एजेंसी ANI से चर्चा में मनीष तिवारी ने आगे कहा, मैं गुलाम नबी आजाद की चिट्ठी के गुण-दोष में नहीं जाना चाहता। इसके लिए तो आजाद ही बेहतर व्यक्ति होंगे, लेकिन हंसी आती है जब ऐसे नेता कांग्रेस को सलाह देते हैं जिनकी हैसियत वार्ड चुनाव जीतने की नहीं है, तो भी कांग्रेस नेताओं की चपरासी करते थे, ऐसे लोग जब ज्ञान देते लगें तो यह हालात समझे जा सकते हैं।