भोपाल। MP के अशोकनगर नगर पालिका में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी CMO के विवादित वीडियो वायरल होने के बाद पीके सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। दरअसल करीब 6 साल पुराने 3 वीडियो वायरल हो गए थे। वीडियो में CMO अपनी महिला मित्र के साथ दिखाई दे रहे हैं। हालाँकि सीएमओ पीके सिंह का कहना है कि यह पुराने समय की पर्सनल बातें है। जहां तक बात शासकीय योजना का लाभ दिलाने की तो यह गलत है। इस तरह का कोई फायदा नहीं दिलाया।
वीडियो सन 2014-15 के बताए जा रहे हैं। आवाज सुनाई दे रही है जिसमें वह कह रहे हैं कि ₹5000000 तक दे सकता हूं लेकिन परमानेंट नहीं कर सकता। उन्होंने बताया कि मैंने घर पर खाना बनाने वाले को परमानेंट करवा दिया। वह बहुत खुश है। बता रहे हैं कि मेरे पास 10 करोड़ की प्रॉपर्टी है। तुम्हें पैसों से तौल दूंगा। गुड़गांव में चार करोड़ का फ्लैट है। कांग्रेस द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन देने के बाद ग्वालियर संभाग के कमिश्नर ने सीएमओ को सस्पेंड कर दिया।
सीएमओ का कहना है कि यह उनका निजी वीडियो है। अब इन बातों का क्या होना। उधर कांग्रेस का कहना है कि जिस प्रकार वीडियो में 10 करोड़ की प्रॉपर्टी और गुड़गांव में चार करोड़ का बंगला बताया गया है, मामला लोकायुक्त की जांच का विषय है। लोकायुक्त हो स्वयं संज्ञान लेना चाहिए। जब 6 साल पहले 10 करोड़ की प्रॉपर्टी थी तो आज कितनी हो गई होगी।