भोपाल। मध्यप्रदेश मौसम (MP Weather) में एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू हो गया है। हालांकि शहर के कई हिस्से में बुधवार को बारिश नहीं हुई लेकिन दोपहर के बाद शाम को अलग-अलग जिलों में फुहारें जमकर बरसी है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो बंगाल की खाड़ी में 23 से 27 जुलाई को नए सिस्टम बनने (new system) से मध्यप्रदेश में एक नया ट्रफ लाइन गुजरेगा। जिससे 23 से 27 जुलाई के बीच प्रदेश में तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
दरअसल राजधानी में पिछले 2 दिनों से आसमान में बादल छाए हुए थे। वही कुछ इलाकों में बूंदाबांदी से तापमान सामान्य हो रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। जिसे नमी आने के बाद गुरुवार से राजधानी और आसपास के इलाकों में बारिश शुरू होगी।
बता दें कि इससे पहले बुधवार को अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि गुरुवार राजधानी में अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। इस मामले में मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जुलाई में बारिश अपेक्षाकृत कम हुई है जबकि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में दो वेदर सिस्टम (two weather system) बने हुए हैं, इसके प्रभाव से राजधानी में बारिश पर रोक लगी है।
हालांकि मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन गया जो गुजरात से केरल तक निर्मित हुए हैं। इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश से भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इन सिस्टम के एक्टिव होने के कारण गुरुवार से मध्यप्रदेश में बारिश की गतिविधि बढ़ेगी। वहीं 27 जुलाई से बंगाल की खाड़ी से कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण जुलाई के अंतिम सप्ताह में प्रदेश में बारिश की संभावना जताई गई है। इससे पहले बीते दिनों प्रदेश के कुछ हिस्सों में हुई भारी बारिश की वजह से जलजमाव की स्थिति हो गई है। छतरपुर के अलावा विदिशा में भारी बारिश की वजह से नदी नाले उफान पर आ गए हैं। जिसके कारण अनेक रास्ते बंद करने पड़े हैं।
वहीं मौसम विभाग ने प्रदेश के सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, चंबल संभाग में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। इसके अलावा मौसम विभाग ने प्रदेश के होशंगाबाद संभाग सहित नरसिंहपुर, बालाघाट, सागर, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी जिले में भारी बारिश की संभावना जताई है।