MP के शिक्षा राज्यमंत्री बोले- सभी सरकारी स्कूलों एवं कार्यालयों के फायर एंड सेफ्टी ऑडिट होगा

MP के शिक्षा राज्यमंत्री बोले- सभी सरकारी स्कूलों एवं कार्यालयों के फायर एंड सेफ्टी ऑडिट कराए

भोपाल। हमीदिया अस्पताल में आग की घटना के बाद सरकार ने सुरक्षा के उपाय शुरू कर दिए हैं MP के स्कूल शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन के राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने सभी कलेक्टरों एवं जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि उनके अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी सरकारी स्कूलों एवं कार्यालयों के फायर एंड सेफ्टी ऑडिट कराए जाएं। उल्लेखनीय है कि भोपाल के सरकारी अस्पताल में आग लग जाने के कारण 5 बच्चों की मौत हो गई थी।

स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री इंदर सिंह परमार ने मंत्रालय में स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में संबंधित सभी अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के सभी सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों के और कोस्टल कोचिंग सेंटर में भी फायर और सेफ्टी नॉर्म्स का पालन सुनिश्चित कराये।
श्री परमार ने कहा कि सभी जिलों के कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारियों को फायर और सेफ्टी नॉर्म्स का पालन सुनिश्चित कराने के लिए पत्र लिखें। स्कूली विद्यार्थियों की सुरक्षा और उत्तम स्वास्थ्य के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जाए।

मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों के लिए शिक्षा मंत्री के निर्देश

प्रदेश के संबंधित सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों को राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे 2021 में बेहतर प्रदर्शन के लिए शुभकानाएं । सभी शिक्षकों ने सर्वे में पूर्ण लगन और ईमानदारी के साथ तैयारी की है। इसलिए अब पूरे आत्मविश्वास और उत्साह से सर्वे में भाग ले। सभी शिक्षकों की निष्ठा और विद्यार्थियों की मेहनत से हमारा मध्यप्रदेश सर्वे में बेहतर प्रदर्शन करेगा।
समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदर्शन आधारित शिक्षकों की पदोन्नति और स्थानांतरण नीति का ड्राफ्ट तैयार कर जल्द प्रस्तुत करें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में उल्लेखित मूल्यांकन पद्धति पर दिसंबर के प्रथम पाक्षिक में कार्यशाला का आयोजन करें। मूल्यांकन पद्धति अनुसार अपनी व्यवस्थाओं और प्रक्रिया में परिवर्तन करें। सीएम राइज योजना अंतर्गत स्कूलों में एडवांस पाठ्यक्रम विकसित करने की दिशा में कार्य करें। विभिन्न विश्व स्तरीय यूनिवर्सिटी का भी सहयोग ले ताकि भविष्य के लिए भावी पीढ़ी को तैयार किया जा सके।
विद्यालयों में “अपना विद्यालय अपना कोष” और पूर्व विद्यार्थियों का एलुमिनी एसोसिएशन का गठन करें। पुराने छात्रों को विद्यालय से जोड़ने की व्यवस्था बनाएं। इसके लिए विस्तृत जनभागीदारी अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है। पूर्व छात्रों और समाज से सहयोग से विकसित “अपना विद्यालय अपना कोष” का उपयोग स्कूलों के विकास और छात्रों को बेहतर सुविधाएं दिए जाने के लिए किया जाएगा। विद्यालयों की लाइब्रेरी में भारत के महापुरुषों और क्रांतिकारियों की जीवनी और दर्शन पर आधारित पुस्तकों का संग्रह रखें। इससे विद्यार्थियों में पुस्तको को पढ़ने की आदत विकसित होने के साथ-साथ उनमें महापुरुषों के गुण और मानव कल्याण के मूल्य भी विकसित होंगे।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शमी, आयुक्त लोक शिक्षण श्री अभय वर्मा, संचालक राज्य शिक्षा केंद्र श्री धनराजू एस, अपर मिशन संचालक श्री लोकेश कुमार जांगिड़, संचालक लोक शिक्षण श्री के.के. द्विवेदी, वित्तीय सलाहकार श्री पंकज मोहन, अपर संचालकद्वय श्री डी.एस. कुशवाह, सुश्री कामना आचार्य सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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