भोपाल। पिछले 24 घंटे में मध्य प्रदेश के 52 में से 50 जिलों में बारिश हुई है और आने वाले 24 घंटों में मध्य प्रदेश के सभी जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना है। मौसम विभाग की तरफ से अलर्ट नहीं आया है, मौसम वैज्ञानिक लगातार नजर बनाए हुए परंतु मध्यप्रदेश के आसमान पर छत्तीसगढ़ के बादल छा गए हैं। इन बादलों का कोई मुहूर्त नहीं था। हवा के साथ बैठे हुए निकल आए हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर प्रदेश और राजस्थान की तरफ जा सकते हैं।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बीते चौबीस घंटों के दौरान सबसे ज्यादा पानी हरदा में 4 इंच से ज्यादा गिरा। सिवनी और होशंगाबाद में भी 3-3 इंच तक बारिश हो गई। पहली बार तवा डैम फुल टैंक लेवल हो गया और उसके दरवाजे खोले गए हैं। भोपाल में एक इंच से ज्यादा और इंदौर में 1 इंच तक पानी गिर गया। पहली बार ऐसा हुआ जब 52 में से 50 जिलों में पानी गिरा है। मध्यप्रदेश में तवा डैम के अलावा सतपुड़ा, चंदोरा और पारसोड़ा डैम के गेट खोलने पड़े। हालांकि चंदोरा और पारसोड़ा डैम के गेट बंद हो गए हैं।
मध्य प्रदेश के 21 जिलों में बारिश का पूर्वानुमान
मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के अनुसार अगले चौबीस घंटों के दौरान भी प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश होगी। अनूपपुर, डिंडौरी और बालाघाट में तेज बारिश होगी, जबकि सागर, विदिशा, भोपाल, रायसेन, होशंगाबाद, दमोह, नरसिंहपुर, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खरगोन, इंदौर, देवास, सीधी, छिंदवाड़ा, पेंच, सिवनी और जबलपुर में अगले कुछ घंटों में पानी गिरेगा।
मध्य प्रदेश में कहां-कहां हुई मूसलाधार बारिश
हरदा के खिरकिया में 4 इंच, बैतूल के भीमपुर, सीहोर के बुधनी, होशंगाबाद के पिपरिया, पचमढ़ी, सिवनी में करीब 3-3 इंच, बैतूल के प्रभातपट्टन और होशंगाबाद शहर, रायसेन के गौरहगंज, देवास के सतवास में 2-2 इंच तक पानी गिर गया। भोपाल शहर में करीब डेढ़ इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा सीधी, इंदौर, खजुराहो और धार में 1-1 इंच, रतलाम, सागर, रीवा, दमोह, खंडवा, बैतूल, उमरिया, रायसेन, मंडला और मलाजखंड में आधा-आधा इंच पानी गिरा। जबलपुर, नौगांव, श्योपुरकलां, ग्वालियर, दतिया, उज्जैन, टीकमगढ़, खरगोन, छिंदवाड़ा, गुना, और शाजापुर में भी बारिश रिकॉर्ड की गई।