MP Lokayukta Raid मध्यप्रदेश सरकार भले ही भ्र्ष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस का दावा कर रही है लेकिन उसके अधिकारी हैं कि मानते नहीं। आज एमपी में अब तक 3 अधिकारी रिश्वत लेते पकड़े गए। तीसरा रिश्वतखोर श्रम निरीक्षक है। इससे पहले मुंगावली में डाकघर अधीक्षक, जबलपुर में पुलिस SI के बाद इंदौर में श्रम निरीक्षक रिश्वत लेते पकड़ा गया। देखना है रात तक कितने मामले और आ सकते हैं।
इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने श्रम निरीक्षक मनोज सिंह तोमर को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा। यह सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय इंदौर में पदस्थ है। उसने 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी, लेकिन पहली किस्त लेते ही धरा गया। फरियादी शिवानी पिता संतोष शर्मा ने बताया कि उनकी फर्म तिरुपति हर्ब्स अंजनी नगर में थी। इसका निरीक्षण श्रम निरीक्षक मनोज सिंह तोमर ने किया था। इस दौरान तोमर ने 18 वर्ष से कम आयु के कर्मचारी, उन्हें वेतन कम देने, बोनस नहीं देने, उनका स्वास्थ्य बीमा न होने की कमी बताकर प्रकरण दर्ज किया। इसके निराकरण के एवज में तोमर ने 25 हजार रुपए मांगे थे। फरियादी शिवानी ने लोकायुक्त कार्यालय में इसकी शिकायत की थी। फरियादी और तोमर के बीच में पहली किस्त के रूप में 10 हजार रुपए देने की बात हुई। जिसे आज लेते हुए श्रम अधिकारी धर लिए गए।