MP भोपाल सहित मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में अभी मौसम साफ होने के आसार नहीं हैं। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय दो शक्तिशाली वेदर सिस्टम के असर से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 11 जनवरी तक मौसम के तेवर इसी तरह के बने रहेंगे। इस दौरान बारिश के साथ ओले गिरने की भी आशंका बनी रहेगी। उधर बादलों के कारण रात का तापमान बढ़ा हुआ है, जबकि दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। 11 जनवरी के बाद बादलों के छंटने से ठंड बढ़ने लगेगी।
शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 21.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से तीन डिग्री से. कम रहा। साथ ही गुरुवार के अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री से. की तुलना में 6.4 डिग्री से. कम रहा। साहा के मुताबिक शनिवार को भी भोपाल और आसपास के जिलों में बौछारें पड़ने की संभावना है। इस दौरान राजगढ़, विदिशा जिलों में ओले भी गिर सकते हैं।
वर्तमान में अफगानिस्तान और उसके आसपास एक तीव्र आवृति वाला पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग 3.1 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उससे लगे पाकिस्तान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त मध्यप्रदेश के मध्य से लेकर पंजाब-हरियाणा तक जेट स्ट्रीम बना हुआ है। जिसके चलते बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से हवाओं के साथ लगातार नमी आ रही है। इससे मध्यप्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश हो रही है। साथ ही कहीं-कहीं ओले भी गिर रहे हैं। 11 जनवरी तक मौसम साफ होने की संभावना नहीं दिख रही है।