भोपाल। मध्य प्रदेश में 9 अगस्त से विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है। सत्र शुरू होने के पहले विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से एक बुकलेट जारी की गई है जिसमें अमर्यादित और संसदीय शब्दों के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है।
इन शब्दों का इस्तेमाल विधानसभा में अब नहीं किया जा सकेगा। इन शब्दों में पप्पू, फेकू, मिस्टर बंटाधार, 420, सफेद झूठ, दुराचारी, नीच आत्मा, डाकू, यार और भ्रष्टाचारी जैसे करीब 1100 शब्दों को शामिल किया गया है।
विधानसभा की ओर से जारी की गई 38 पेज की इस बुकलेट में हिंदी के उन अधिकांश शब्दों को लिया गया है जिनका प्रयोग अपने उद्बोधन के दौरान माननीय विरोधी दलों के लिए प्रयोग में लाते रहे हैं।
विधानसभा में रविवार को असंसदीय शब्दों की किताब जारी की गई। इसमें सदन की गरिमा को ठोस पहुंचाने वाले 15 सौ से ज्यादा शब्दों को शामिल किया गया।