भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कोविड19 अनुकंपा नियुक्ति और विशेष अनुग्रह योजना शुरू की जाएगी ।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज 27.35 लाख तेंदूपत्ता संग्राहकों 191.44 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन पारिश्रमिक राशि का वितरण करते हुए यह बात कही।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे कर्मचारी राज्य शासन के अभिन्न अंग हैं । मुझे कहते हुए गर्व है कोविड-19 के दौरान महामारी के बीच हमारे कर्मचारी अपने कर्तव्यों के निर्वाह पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कर रहे हैं।ऐसे समय में जब हम सब से कह रहे हैं कि कोई घरों से ना निकले सुरक्षित रहें, उस समय हमारे कर्मचारी भाई और बहन दिन-रात फील्ड में जनता की सेवा में लगे हुए हैं। व्यवस्था बिगड़ने नहीं दे रहा है राहत देने एवं इलाज करने में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं भी हुई काम करते-करते हमारे कई कर्मचारी भाई-बहन इस कोविड-19 के दौरान हमसे बिछड़ गए। वे इस दुनिया में नहीं रहे, उनके परिवारों की देखभाल करना चिंता करना हमारी जवाबदारी है, इसलिए राज्य शासन ने फैसला किया है 2 योजनाएं बनाने का। पहली, मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति योजना और मुख्यमंत्री कोविड 19 विशेष अनुग्रह योजना।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj, 27.35 लाख तेंदूपत्ता संग्राहकों 191.44 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन पारिश्रमिक राशि का वितरण कर रहे हैं। #JansamparkMP https://t.co/n9mn7TKz2o
— Jansampark MP (@JansamparkMP) May 17, 2021
शिवराज के अनुसार पहली योजना के अंतर्गत समस्त नियमित स्थाई कर्मी,कार्यभारित एवं आकस्मिकता निधि से वेतन पाने वाले दैनिक वेतन भोगी, तदर्थ संविदा कलेक्टर दर पर कार्यरत सेवक, इन सबके परिवारों को आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति उसी पद पर दी जाएगी, ताकि उनका परिवार उनसे बिछड़ जाने के बाद परेशान ना हो रोजगार की निश्चिता हो और उनकी आजीविका चलती रहे।
वे बोले हमने एक फैसला और किया है। उनके परिवार में पात्र दावेदार को 5 लाख अनुग्रह राशि प्रदान करने का फैसला किया है। संकट की इस घड़ी में यह अनुग्रह राशि उनके परिवारों का सम्बल बनेगी और इस योजना में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका,आशा कार्यकर्ता, कोटवाल इत्यादि सभी कर्मी सम्मिलित होंगे। मैंने जो श्रेणियां बताई है इस स्तर के सभी कर्मचारी सम्मिलित हैं।
सीएम ने बताया कि अनुकंपा नियुक्ति की योजना में आशा कार्यकर्ताओं के लिए भी अलग से योजना बनाई जा रही है। ताकि इन परिवारों के जो आश्रित भाई बहन है उनको राहत मिल सके उनकी आजीविका चल सके।