MP Board Exam Flying Squad: परीक्षा में नकल रोकने के लिए केंद्रों पर चार उड़नदस्ते रखेंगे नजर
MP Board Exam: परीक्षा में नकल रोकने के लिए केंद्रों पर चार उड़नदस्ते रखेंगे नजर
MP Board Exam Flying Squad: परीक्षा में नकल रोकने के लिए केंद्रों पर चार उड़नदस्ते रखेंगे नजर दसवीं की परीक्षा 1 मार्च से और बारहवींं की 2 मार्च से होगी। सुबह 9 से दोपहर 12 बजे वाले सत्र में पेपर रखे गए हैं। दसवीं में करीब 45 हजार विद्यार्थियों ने अभी तक परीक्षा के लिए आवेदन किए हैं। जिसमें संवेदनशील केंद्रों पर नकल रोकने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। निगरानी रखने के लिए उड़नदस्ते बनाए जा रहे हैं।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10 वीं-12 वीं बोर्ड परीक्षाओं के बाद विद्यार्थियों के लिए स्कूली शिक्षा विभाग ने केंद्र तय कर दिए हैं, जिसमें संवेदनशील केंद्रों पर नकल रोकने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। निगरानी रखने के लिए उड़नदस्ते बनाए जा रहे हैं।
अलग-अलग स्तर पर चार उड़नदस्ते तैनात रहेंगे, जिसमें भोपाल से भी एक टीम बनेगी। जिला शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में भी उड़नदस्ता बनाया जाएगा, जो जिलेभर के केंद्रों का दौरा करेगा। वहीं कलेक्टर भी अपनी टीमों को केंद्रों पर नजर रखने की जिम्मेदारी देंगे। संभागीय स्तर पर उड़नदस्ते को अन्य जिलों में जाकर नकलची विद्यार्थियों को पकड़ना होगा।
पिछले सप्ताह विभाग ने बोर्ड परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर दिया है। दसवीं की परीक्षा 1 मार्च से और बारहवींं की 2 मार्च से होगी। सुबह 9 से दोपहर 12 बजे वाले सत्र में पेपर रखे गए हैं। दसवीं में करीब 45 हजार विद्यार्थियों ने अभी तक परीक्षा के लिए आवेदन किए हैं। वहीं, बारहवीं की परीक्षा देने वाले लगभग 42 हजार छात्र-छात्राएं हैं। इनमें नियमित व प्राइवेट दोनों परीक्षा देने वाले विद्यार्थी शामिल है। परीक्षा की गतिविधियों के लिए 150-160 केंद्र होंगे। अधिकारियों के मुताबिक, 20 फीसद केंद्रों की संख्या बढ़ाई है।
जनवरी से होगा टीमों का गठन –
विभाग ने संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की सूची अलग से बनाई है। यहां विशेषतौर से नकल रोकने के लिए विभाग ने टीमों का गठन किया जाएगा। यह प्रक्रिया जनवरी से शुरू होगी। उड़नदस्ते में सरकारी स्कूलों के शिक्षक और अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपेंगे। वैसे टीमों को बाकी केंद्रों पर भी नजर रखनी होगी। अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक नरेंद्र जैन का कहना है कि अर्धवार्षिक परीक्षाओं के बाद उड़नदस्ते का गठन होगा। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारी सूची बनाएंगे, जिन्हें पूरी परीक्षा के दौरान नकल रोकने पर विशेष ध्यान देना होगा। ये टीमें निजी स्कूलों का भी दौरा करेंगी।