भोपाल । मध्यप्रदेश में कोरोना (corona) संक्रमण की रफ्तार अब काबू में आती दिखाई दे रही है। बीते 24 घंटे में 4000 से कम मरीजों की संख्या रिकॉर्ड की गई है। हालाकि मृत्यु दर (death rate) में कमी ना होना बड़ा संकट है। बीते 20 दिनों में संक्रमण का प्रतिशत से घटकर 5% पर पहुंच गया है।
दरअसल बीते 24 घंटे में 3844 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। वही कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या 89 रिकॉर्ड की गई है। प्रदेश में सबसे ज्यादा मौत भोपाल में 10, ग्वालियर में 9, इंदौर में 7 जबलपुर में 4 रिकॉर्ड की गई है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़कर 7483 पहुंच गया है।
हालांकि प्रदेश में एक्टिव केसों (active cases) की संख्या लगातार कम होती जा रही है। प्रदेश में एक्टिव केस 67,625 पहुंच गए हैं। साथ ही राजधानी भोपाल सहित जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, रतलाम में भी देखी गई है। हालांकि संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए 31 मई तक सभी जिलों में कोरोना कर्फ्यू (corona curfew) लागू कर दिया गया है। जहां और सख्ती से प्रतिबंध लगाए गए हैं।
इधर प्रदेश में स्वस्थ होने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। प्रदेश में 7,57,119 संक्रमित होने से अब तक 6,82,001 मरीज स्वस्थ हो अपने घर वापस लौटे हैं। जबकि 67,625 मरीजों का इलाज प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों और होम आइसोलेशन में किया जा रहा है।
वहीं प्रदेश के 5 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10% से अधिक है। जिसमें राजधानी भोपाल से इंदौर, रीवा, उज्जैन और अनूपपुर शामिल है। वहीं 17 जिलों में पॉजिटिविटी रेट घट कर 5% पहुंच गई है। हालांकि WHO के आंकड़ों की माने तो पॉजिटिव रेट का 3% से ज्यादा रहना खतरनाक है। जिन जिलों में पॉजिटिविटी रेट की संख्या 5% से कम हुई है। उसमें छतरपुर, कटनी, टीकमगढ़, मुरैना, श्योपुर, अशोक नगर, छिंदवाड़ा, हरदा, निवाड़ी, अलीराजपुर, खंडवा, बड़वानी, मंडला और दतिया शामिल है।