MP Weather अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय दोनों वेदर सिस्टम आगे बढ़ गए हैं। हवाओं का रुख भी उत्तरी हो गया है। उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है। वहां से आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्यप्रदेश में दिन और रात के तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 13 फरवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने की संभावना है। उसके प्रभाव से तापमान में फिर बढ़ोतरी होने लगेगी।
उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से पूर्वी राजस्थान पर बना प्रेरक चक्रवात उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश की तरफ बढ़ गया है। इससे हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी हो गया है। लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत में रुक-रुक कर बारिश और बर्फबारी हुई है।
वहां से आ रही सर्द हवाओं के कारण गुरुवार को पूरे प्रदेश में दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान में और गिरावट होने के आसार हैं। उधर गुरुवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 23.7 डिग्रीसेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्रीसे. कम रहा। यह बुधवार के अधिकतम तापमान 27.5 डिग्रीसे. की तुलना में 3.8 डिग्रीसे. कम रहा।
12.2 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। यह सामान्य रहा। साथ ही बुधवार के न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्रीसे. के मुकाबले 2.4 डिग्रीसे.कम रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि 13 फरवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ के हिमालय क्षेत्र में पहुंचने की संभावना है। इसके असर से हवाओं का रूख बदलने से तापमान धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा।