भोपाल MP Weather।अक्टूबर माह में अमूमन बारिश का सिलसिला थमने लगता है, लेकिन वर्तमान में वातावरण में नमी बरकरार रहने से मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने का दौर बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में गुजरात के पास एक वेदर सिस्टम बना हुआ है। उसकी वजह से अरब सागर से नमी आ रही है। इससे रविवार-सोमवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के जिलो में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना बनी हुई है। इस दौरान कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है। दो दिन बाद बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।
विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक रतलाम में 45, उज्जैन में 29.6, सतना में 14.6, नरसिंहपुर में 8.4, मंडला में आठ, पचमढ़ी में आठ, गुना में 7.8, ग्वालियर में 4.8, खरगोन में दो, नौगांव में 1.2 मिलीमीटर बारिश हुई।
वर्तमान में गुजरात और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में एक प्रति-चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से अरब सागर से नमी आ रही है। उधर वर्तमान में अधिकतम तापमान बढ़ा हुआ रहने से दोपहर के बाद प्रदेश के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ रही हैं। मंगलवार को गुजरात पर बने सिस्टम के राजस्थान की तरफ शिफ्ट होने के आसार हैं। इसके साथ ही वातावरण से नमी तेजी से कम होने लगेगी और बारिश की गतिविधियों में कमी आने लगेगी। छह अक्टूबर से राजस्थान के कुछ क्षेत्रों से मानसून की विदाई होने की भी संभावना है