भोपाल । मध्य प्रदेश में मौसम में बदलाव का सिलसिला जारी है। कही गर्मी और उमस ने बेहाल कर रखा है तो कहीं झमाझम का दौर जारी है। इसका कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में कोई नया वेदर सिस्टम सक्रिय ना होने के चलते मानसून (Monsoon 2021) का कमजोर पड़ना।हालांकि वातावरण में नमी के चलते बौछारें शहर को भिगो रही है। वही जबलपुर-इंदौर में बौछारें पड़ रही है। मौसम विभाग (MP Weather Department) ने आज आधा दर्जन जिलों में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग (MP Weather Alert) ने आज 28 जून सोमवार को सभी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, होशंगाबाद, सागर, रीवा एवं शहडोल संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना जताई हैं। वही खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, छिंदवाड़ा, बालाघाट आदि जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। वही इन भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, होशंगाबाद, सागर, एवं शहडोल संभागों के जिलों में बिजली चमकने और गिरने के साथ 18 प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने के भी आसार है।इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग (MP Weather Forecast) की मानें तो वर्तमान में भी कोई प्रभावी वेदर सिस्टम एक्टिव नहीं है। इसके चलते मानसूून ट्रफ के हिमालय की तराई की तरफ खिसक गया है, जिसके चलते बारिश का दौर धीमा हो गया है। झारखंड पर बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ते ही उत्तरी छत्तीसगढ़ पर सक्रिय हो गया है, और उत्तर-पश्चिम मप्र पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है, जिसके चलते वातावरण में नमी आने का सिलसिला जारी है और राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें हो रही हैं।
मौसम विभाग (MP Weather Update) के अनुसार, मध्य प्रदेश में अभी तक जून की औसत से 56 फीसद अधिक बरसात हो चुकी है। रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 44 जिलों में जून का बारिश का कोटा पूरा हो चुका है, लेकिन आठ जिले बरसात को तरस रहे हैं। वही भोपाल के बड़े तालाब का लेवल 25 जून की शाम तक 1660.30 फीट, जबलपुर के बरगी डैम का जलस्तर 414.95 मीटर और होशंगाबाद के तवा डैम 26 जून सुबह तक 1122.50 फीट पर पहुंच गया है।वही नर्मदा नदी का जलस्तर 285.59 फीट और रायसेन का बारना डैम का जलस्तर 344.63 फीट पर आ गया है।