कटनी। शिक्षा के क्षेत्र में शहर के छात्रों के लिये कलेक्टर-महापौर की ई लाईब्रेरी की बेहतरीन योजना को ठेकेदार की हठधर्मी कार्यप्रणाली पलीता लगा रही है, ई लायब्रेरी निर्माण कार्य में बरती जा रही लापरवाही पर निगम के नोटिस के बावजूद भारत ठेकेदार की सेहत पर रत्तीभर फर्क नहीं पडा।
कलेक्टर अवि प्रसाद ही छात्रहितैषी इस योजना पर ठेकेदार की मनमानी पर अंकुश लगाकर शीघ्र निर्माण कार्य को समयावधि में पूर्ण कराने निर्देश जारी करें। कटनी जिले वासियों को उत्कृष्ट आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए कलेक्टर अवि प्रसाद एवं महापौर प्रीति संजीव सूरी ने केसीएस स्कूल में ई लाइब्रेरी भवन निर्माण के लिए बेहतर योजना तैयार की इस योजना पर भवन निर्माण ठेकेदार छात्रहितैषी योजना को पलीता लगाने में मनमानी पर उतारू है।
ठेकेदार द्वारा केसीएस स्कूल में कराए जा रहे निर्माण कार्य में पूरी तरह मनमानी की जा रही है।ई लायब्रेरी की नींव भरने से ही निर्माण कार्य में घटिया पन की बू आ रही है. यहां ना तो निर्माण की गुणवत्ता का ख्याल रखा जा रहा है और ना ही निर्धारित समय अवधि का।। समय बीत जाने के बाद भी अभी तक निर्माण कार्य लापरवाही बरती जा रही है। लापरवाह ठेकेदार को नगर निगम के कार्यपालन यंत्री ने नोटिस भी जारी किया। नोटिस जारी किए जाने के बावजूद ठेकेदार पर कोई असर नहीं पडा बल्कि उसने कार्य की गति को और भी मंद कर दिया।
बच्चों की शिक्षा को लेकर कलेक्टर अवि प्रसाद के द्वारा जिले के बच्चों को ई लाइब्रेरी की सौगात देने के लिए महापौर प्रीति संजीव सूरी के साथ मिलकर केसीएस स्कूल में ई लाइब्रेरी भवन निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई।
दो माह में ठेकेदार ने ई लायब्रेरी भवन निर्माण को मजाक बना डाला
नगर पालिक निगम के केसीएस विद्यालय में ई लाईब्रेरी भवन के लिये 16 मार्च 2024 को निर्माण कार्य के लिए कार्य आदेश जारी किया गया। निर्धारित कार्य आदेश के मुताबिक 180 दिन में ई लाइब्रेरी बना कर तैयार किया जाना है। कार्य आदेश जारी होने के लगभग दो माह यानी 60 दिन बीत गये लेकिन ठेकेदार ने इस कार्य में लापरवाही बरतकर छात्रों के हितों का माखौल उडा डाला।शर्मनाक पहलू तो यह कि जिला छात्रों के लिये कलेक्टर निगम महापौर के दिलचस्प कार्य योजना पर ठेकेदार पलीता लगा रहा है।
गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य पर रोका जाये ठेकेदार का भुगतान
बताया जाता है कि ठेकेदार के द्वारा निर्माण में गुणवत्ता को भी दरकिनार किया गया है भवन निर्माण के लिए गुणवत्ता विहीन सामग्री उपयोग की जा रही है। शहर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल के निर्माण में हो रही यह लापरवाही बेहद चिंताजनक है। ठेकेदार की इस मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए समय रहते कलेक्टर एवं महापौर को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए कुशल इंजीरियरों से निर्माण की जांच परख कराकर ठेकेदार का भुगतान रोका जाये
ठेकेदार की सेहत पर नोटिस बेअसर
सूत्रों के मुताबिक निर्माण कार्य की गुणवत्ता एवं धीमी गति को देखते हुए बीते दिनों नगर निगम के कार्यपालन यंत्री के द्वारा ठेकेदार को नोटिस भी जारी किया जा चुका है। नोटिस में कार्य को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कार्यपालन यंत्री ने ठेकेदार को सुधार के निर्देश दिए थे। नोटिस जारी किए जाने के बावजूद ठेकेदार की सेहत पर कोई असर नहीं पडा।