NH 24 highway क्या आप भी नेशनल हाईवे 24 के इस मार्ग से निकल रहे हैं तो खबर जरूर पढ़ लें नेशनल हाइवे 24 (NH 24 highway) पर 35 किमी का ऐक ऐसा स्ट्रेच है जिसने 2017 से 2021 के बीच 272 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जनरेट किया है, लेकिन हापुड़ से मुरादाबाद के बीच स्थित ये हाइवे इसी दौरान करीब 900 लोगों की जान ले चुका है. सरकारी डेटा में सामने आया है कि ये टोल रोड स्ट्रेच ब्रिजघाट टोल प्लाजा के अंतर्गत आता है जो नेशनल हाइवे 24 पर है. पीटीआई की रिपोर्ट में सामने आया है कि ये रोड दिल्ली से उत्तर प्रदेश के इंटीरियर या उत्तराघंड के नैनीताल जाने का मुख्य मार्ग है.
आरटीआई में हुआ आंकड़े का खुलासा
नोएडा बेस्ड एक सोशल एक्टिविस्ट द्वारा राइट टू इंफॉर्मेशन के अंतर्गत पूछे गए सवाल पर नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के जवाब में ये जानकारी सामने आई है. NHAI ने कहा कि इस स्ट्रेच को बनाने में 195.51 करोड़ रुपये का खर्च आया है. 2017 से 2021 के बीच NHAI से सरकार ने 272 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जुटाया है. लेकिन इसमें एक चौंकाने वाला सच भी सामने आया है जिसमें 900 लोगों की जान इसी हाइवे पर दुर्घटनाओं में चली गई है.
पिछले 2 साल में गई 326 लोगों की जान
NHAI ने बताया कि ब्रिजघाट टोल प्लाजा क्षेत्र में 2018-19 में कुल 136 लोग सड़क दुर्घटना में मरे. ये आंकड़ा 2019-20 में बढ़ा और इस दौरान 184 लोगों की दुर्घटनाओं में जान गई. 2019-29 में कुल 326 लोग अपनी जान गांवा चुके हैं. इन सभी दुर्घटनाओं के बाद भी सिर्फ पिछले साल यानी 2021 में 238 लोग इस 35 किमी के हाइवे पर दुर्घटना में मौत के शिकार हुए हैं. जहां इस आरटीआई में बीते 10 साल में हुई मौतों का आंकड़ा मांगा गया था, लेकिन NHAI ने बताया कि उनके पास 2017-18 या उससे पहले का आंकड़ा मौजूद नहीं है.
सड़क के खराब होने की कोई शिकायत अब तक आई नहीं – NHAI
दुर्घटनाओं की इतनी बड़ी संख्या और लगातार बढ़ते खतरे के संकेत पर NHAI का दावा है कि 35 किमी की इस सड़क के खराब होने की कोई शिकायत अब तक आई नहीं है, ऐसे में ब्रिजघाट टोल प्लाजा को रिपेयर करने के लिए अलग से कोई बजट भी अलॉट नहीं किया गया है. NHAI की वेबसाइट पर मिली जानकारी के मुताबिक ब्रिजघाटा टोल प्लाजा की डिजाइन कैपेसिटी 60,000 वाहनों रोजाना की है और मार्च 2017 में रोजाना इस रास्ते का इस्तेमाल 46,360 वाहन औसत करते थे.