Nishank Rathore Death Case: पुलिस की एसआइटी, बीटेक छात्र निशांक राठौर की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए गुरुवार को पांच घंटे तक घटनास्थल रेलवे ट्रैक के किनारे गांव बरखेड़ा, औबेदुल्लागंज और बोरदा गांव में घूमते हुए घटना के चश्मदीद को ढूंढती रही, लेकिन एसआइटी को ऐसा कोई शख्स नहीं मिला, जिसने उसे पटरी पर देखा हो। बाद में एसआइटी ने बरखेड़ा स्टेशन पहुंचकर वहां के स्टेशन मास्टर की डायरी को चेक किया और जानकारी जुटाई। इसमें रविवार शाम 6:13 पर युवक के ट्रेन से कटने की जानकारी दर्ज थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हुई है। बता दें कि निशांत का शव बरखेड़ा मिडघाट रेल पटरियों पर रविवार शाम को मिला था।
100 पेज में बयान दर्ज
एसआइटी पिछले दो दिन से परिजनों एवं निशांत राठौर के 12 दोस्त और दो महिला मित्र से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने लगभग 100 पेज के बयान की डायरी तैयार की है। बयान में बताए गए हर व्यक्ति का मिलान संबंधित व्यक्ति के मोबाइल डाटा, काल रिकार्ड, ईमेल और मोबाइल, जीपीएस लोकेशन जैसे साइबर वैज्ञानिक तथ्यों के साथ किया जा रहा है। पुलिस इस बात की तस्दीक कर रही है कि जो भी बयान दर्ज करा रहा है, वह सही है या फिर पुलिस को गुमराह किया जा रहा है।