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No Road Only Rope Way In Jabalpur: सड़क से नहीं, रोप-वे के जरिए केबिल बस से यात्रा- केंद्रीय स्तर पर तैयार कराया जाएगा जबलपुर का यह प्रस्ताव

No Road Only Rope Way In Jabalpur: सड़क से नहीं, रोप-वे के जरिए केबिल बस से यात्रा- केंद्रीय स्तर पर तैयार कराया जाएगा जबलपुर का यह प्रस्ताव

No Road Only Rope Way In Jabalpur: सड़क से नहीं, रोप-वे के जरिए केबिल बस से यात्रा- केंद्रीय स्तर पर तैयार कराया जाएगा जबलपुर का यह प्रस्ताव  जबलपुर में शहर के यातायात को बेहतर बनाने के लिए सड़क के साथ हवा में भी सफर प्रारंभ करने की तैयारी है। इसमें व्यस्त सड़कों काे फिलहाल चिन्हित किया गया है।

यातायात का दवाब होगा कम

जहां रोप-वे के जरिए केबिल बस में यात्रा होगी। इससे जहा यातायात का दवाब कम होगा, वहीं वाहनों का बोझ भी सड़क में कम आएगा। केंद्रीय भूतल परिवहन और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले दिनों इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। जिसके बाद रोप-वे संचालन के लिए विस्तृत रिपोर्ट बनाया जाना है।

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पर्यटन को भी गति देंगे रोप वे

पर्यटन को भी गति देंगे रोप वे- सांसद राकेश सिंह की तरफ से रोप वे का प्रस्ताव दिया गया था। यह जबलपुर के ट्रांसपोर्ट सिस्टम का हिस्सा होगा और इनके बनने के बाद जबलपुर के पर्यटन को गति मिलेगी। पहला रोप वे एम्पायर चौक से सदर, कटंगा, रामपुर, साउथ एवेन्यू माल, ग्वारीघाट, नर्मदा मंदिर से ग्वारीघाट गुरुद्वारा तक एवं दूसरा शहर के व्यस्तम व्यपारिक क्षेत्र सिविक सेंटर से मालवीय चौक, लार्डगंज, बड़ा फुहारा से बल्देवबाग तक बनेगा।

ग्वारीघाट का सफर कठिन

शहर में ग्वारीघाट के पार जाने के लिए नाव या फिर लंबी दूरी तय कर ब्रिज के माध्यम से जाना पड़ता है। केबिल रोप वे बनने के बाद सदर,कंटगा से सीधे ग्वारीघाट या उसके पार जाने का मार्ग सुगम होगा। सड़क पर बढ़ते यातायात का दवाब भी कम होगा। बड़ी संख्या में भी पर्यटक ग्वारीघाट और गुरुद्वारा जाते हैं उन्हें इससे सीधा लाभ होगा।

केबिल बस से सफर

रोप वे में केबिल बस प्रणाली का उपयोग किया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि केबिल कार में चार- छह सवारी एक बार में बैठ पाएगी। करीब चार से छह केबिल बस का संचालन मार्ग पर किया जाएगा। फिलहाल केंद्र से प्रस्ताव बनाने के लिए निर्देश दिया जाएगा। उसके पश्चात ही कार्य प्रारंभ होगा।

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