यदि आप पेंशन योजनाओं का लाभ लेते हैं तो यह आपके लिए बहुत उपयोगी खबर है। असल में, नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीए) से जुड़ने वाले गैर-सरकारी खाताधारकों की संख्या 30 लाख के पार पहुंच गई है। इसका अर्थ यह है कि बड़ी संख्या में अब गैर सरकारी सेक्टर के लोग भी पेंशन योजनाओं में निवेश कर रहे हैं। इसीलिए ताजा आंकड़ों की मानें तो इस वर्ष 14 अगस्त तक के आंकड़ों के हिसाब से कारपोरेट और रिटेल सेक्टर से 30 लाख से अधिक लोग एनपीएस से जुड़ चुके हैं। पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के चेयरमैन एस. बंद्योपाध्याय के मुताबिक निजी कंपनियों यानी कारपोरेट क्षेत्र के खाताधारकों की संख्या 11.97 लाख और खुदरा क्षेत्र की 18.06 लाख थी। वर्ष 2018 में यह संख्या 13.5 लाख के आसपास थी।
फंड के इस्तेमाल पर अभी फैसला नहीं
बंद्योपाध्याय ने कहा कि फिलहाल स्टार्ट-अप्स में एनपीएस फंड का इस्तेमाल होने नहीं जा रहा है। अभी इस पर अध्ययन किया जा रहा है और स्टार्ट-अप्स के मूल्यांकन के बाद ही कोई फैसला किया जाएगा। मार्च, 2018 तक कारपोरेट सेक्टर के सिर्फ 6.96 लाख और रिटेल सेक्टर के 6.92 लाख लोग ही एनपीएस से जुड़ पाए थे। यही वजह है कि रिटेल और कारपोरेट सेक्टर का कुल एनपीएस फंड 97,000 करोड़ रुपये का हो गया है। इसके जल्द एक लाख करोड़ का आंकड़ा पार करने की उम्मीद है।
क्या है NPS नेशनल पेंशन सिस्टम, कैसे लें इसका फायदा
नेशनल पेंशन सिस्टम अकाउंट खुलवाना बेहद सरल है। ऑनलाइन आधार कार्ड के माध्यम से खाता ओपन किया जा सकता है। एनएसडीएल-सीआरए ने ई-एनपीएस प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया को आसान बनाया है। ताकि किसी भी ग्राहक को कोई परेशानी नहीं हो। ई-एनपीएस सेंट्रल रिकॉर्ड कीपिंग एजेंसीज का एक ऑनलाइन ऑन-बोर्डिंग प्लेटफॉर्म हैं। यहां कोई भी शख्स एनपीएस में पंजीकरण करा सकता है। इस प्लेटफॉर्म पर सब्सक्राइबर अपना टियर-2 अकाउंट एक्टिवेट भी कर सकते हैं। इसके पहले रजिस्ट्रेशन ऑफलाइन या बैंक अकाउंट के जरिए करना पड़ता था। हालांकि अब ऑनलाइन ई-केवाईसी के चलते एनपीएस खाता ओपन करवाने की प्रोसेस सरल हो गई है। आइए जानते हैं क्या है पूरी प्रक्रिया स्टेप बाय स्टेप।