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Omicron Variant के खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए दीए नए दिशानिर्देश आज से लागू

Omicron Variant के खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए दीए नए दिशानिर्देश आज से लागू

नई दिल्ली. कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Coronavirus Omicron Variant) के खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए नए दिशानिर्देश (India New Travel Rules) जारी किए हैं जो कि आज मध्यरात्रि से लागू हो जाएंगे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को संसद में भी इसकी जानकारी दी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र ने वैश्विक घटनाक्रमों को देखते हुए इस संबंध में परामर्श जारी किया है और हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि संदिग्ध मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग भी की जा रही है.

मांडविया ने कहा कि अभी तक देश में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन (Coronavirus Omicron Variant) का कोई मामला सामने नहीं आया है और सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव कदम उठा रही है कि यह देश में नहीं पहुंचे. केंद्र ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रोन को लेकर पैदा चिंताओं के बीच मंगलवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को किसी मामले की जल्द पहचान के लिए जांच बढ़ाने, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की प्रभावी निगरानी करने और ‘हॉटस्पॉट’ की सख्त निगरानी करने की सलाह दी है. केंद्र सरकार की ओर से किए गए यात्रा के नियमों में बदलाव आज आधी रात से लागू कर दिए जाएंगे.

नए नियम

1 जोखिम वाले’’ देशों के अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को आरटी-पीसीआर की जांच रिपोर्ट उपलब्ध होने तक हवाई अड्डों पर इंतजार करने के लिए तैयारी करने की सलाह दी गई है. ऐसे देशों से आने वाले लोग अगर टेस्ट में नेगेटिव पाए जाते हैं तो भी उन्हें सात दिन के लिए होम क्वारंटीन रहना होगा जिसके बाद आठवें दिन उनके सैंपल की फिर से जांच की जाएगी. राज्य के अधिकारी ऐसे लोगों के घरों का दौरा करेंगे और उनके होम आइसोलेशन की दुरुस्त व्यवस्था का मुआयना करेंगे.
2 संक्रमित पाए जाने पर राज्यों को सभी सैंपल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए आईएनएसएसीओजी (इंडियन सार्स-सीओवी-2 कंसोर्टियम ऑन जिनोमिक्स) प्रयोगशालाओं को तुरंत भेजने के लिए कहा गया है. साथ ही राज्यों को संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आये व्यक्तियों का पता लगाने के और 14 दिन बाद इसका फॉलो अप लेने के निर्देश दिए गए हैं.
3 “जोखिम वाले” देशों के यात्रियों को टेस्ट के नतीजे आने तक हवाई अड्डों पर प्रतीक्षा करने की तैयारी करने की सलाह दी गई है. फिलहाल भारत ने “जोखिम वाले” देशों की सूची में यूनाइटेड किंगडम, यूरोप के सभी 44 देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरिशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इज़रायल को शामिल किया है.
4 राज्यों को सलाह दी गई है कि वे अपने बचाव उपायों को कम न करें और विभिन्न हवाई अड्डों, बंदरगाहों और सीमापार बिंदुओं से देश में आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखें. टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, वैक्सीनेट” रणनीति पर फिर से जोर दिया जा रहा है. राज्यों को टेस्टिंग में तेजी लाने की भी सलाह दी गई है क्योंकि ‘ओमिक्रॉन’ वेरिएंट आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट से बच नहीं सकता है जिनका इस्तेमाल अब तक कोविड का पता लगाने के लिए किया गया है. परीक्षण के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, परीक्षण दिशानिर्देशों के सख्त कार्यान्वयन और आरटी-पीसीआर परीक्षणों के स्वस्थ अनुपात को बनाए रखने की सलाह दी गई है, जो पता लगाने में ज्यादा प्रभावी पाए गए हैं.
5 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उन क्षेत्रों की निरंतर निगरानी करने की सलाह दी गई जहां हाल ही में संक्रमित मामले सामने आए हैं. उन्हें कहा गया है कि सभी पॉजिटिव मामलों के नमूनों को शीध्र जीनोम अनुक्रमण के लिए निर्दिष्ट आईएनएसएसीओजी लैब में भेजें. उन्हें ‘जोखिम वाले’ देशों के यात्रियों के घरों का भौतिक दौरा करके घर पर पृथकवास वाले मामलों की प्रभावी और नियमित निगरानी करने के लिए कहा गया है.

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