P.M Modi आज करेंगे देश की पहली Driverless मेट्रो का उद्घाटन, DMRC ने गिनाई एक और बड़ी उपलब्धि
दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन पर जनकपुरी वेस्ट-बॉटेनिकल गार्डन कॉरिडोर पर 37 किलोमीटर के दायरे में आज से देश की पहली चालक रहित (ड्राइवर लेस) मेट्रो दौड़ेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुबह 11 बजे मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसके साथ ही एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर नेेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) सेवा का भी शुभारंभ करेंगे।
डीएमआरसी के मुताबिक चालक रहित मेट्रो के संचालन के साथ ही दिल्ली मेट्रो का नाम दुनिया की अग्रणी मेट्रो सेवा में शामिल हो जाएगा। जून, 2021 तक पिंक लाइन (मजलिस पार्क-शिव विहार) पर 57 किलोमीटर के दायरे में भी चालक रहित मेट्रो की शुरुआत की संभावना है। इस हिसाब से यात्रियों को 94 किलोमीटर के दायरे में चालक रहित मेट्रो में सफर का मौका मिलेगा।
यह पूरी दुनिया में चालक रहित मेट्रो नेटवर्क का करीब 7 फीसदी होगा। यह सेवा पूर्ण तौर पर स्वचालित होगी। इससे न केवल मानवीय हस्तक्षेप न्यूनतम होगा बल्कि त्रुटियों की आशंका भी नगण्य होगी। नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) की उपलब्धता भी मेट्रो के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। इस सेवा की शुरुआत से देेश के किसी भी कोने से प्राप्त कार्ड से एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर यात्रा की जा सकेगी। यात्रियों को वर्ष 2022 तक मेट्रो की सभी लाइनों पर कॉमन मोबिलिटी कार्ड से सफर का मौका मिल सकेगा।
पश्चिमी और दक्षिणी दिल्ली के लाखों यात्रियों को मिलेगी राहत
मेजेंटा लाइन पर जनकपुरी से नोएडा के बॅाटेनिकल गार्डन तक ड्राइवरलेस मेेट्रो सेवाएं शुरू होने से काफी राहत मिलेगी। लाखों यात्री इस कॉरिडोर पर सफर करते हैं, जिनमें अधिकतर आईटी कंपनियों सहित नोएडा की अग्रणी कंपनियों में कार्यरत हैं। बगैर चालक होने की वजह से समय की खास तौर पर पाबंदी रहेगी। कभी देरी होती है तो आगे रफ्तार में बदलाव भी किया जा सकता है ताकि यात्रियों को देर न हो।
भीड़ होने पर मिलेगी पल-पल की जानकारी
दिल्ली मेट्रो में इंतजार का वक्त किसी स्टेशन पर 20 मिनट से अधिक होता है तो सोशल साइट्स के जरिये जानकारी दी जाती है। इस लाइन पर किसी स्टेशन पर देरी होती है तो स्वचालित सेवा होने की वजह से यात्रियों को साथ ही साथ जानकारी मिलती रहेगी।
धीरे धीरे वापस लिए जाएंगे ड्राइवर
मेट्रो के संचालन में ड्राइवरों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी, लेकिन बाद में उन्हें धीरे-धीरे वापस ले लिए जाएगा। तीन साल पहले ट्रायल के दौरान हुए हादसे के बाद डीएमआरसी भी फूंक फूंक आगे कदम बढ़ा रही है ताकि यात्रियों की सुरक्षा रहे।