Physiotherapy Unit कटनी सहित प्रदेश के 10 जिला अस्पतालों की फिजियोथेरेपी यूनिट को आदर्श बनाया जाएगा, रोबोटिक मशीनें लगेंगी। जिन जिलों में यह आदर्श यूनिट लगेगा उनमे भोपाल, सागर, उज्जैन, कटनी, मुरैना, नीमच, गुना, दतिया, धार और विदिशा शामिल हैं।
अत्याधुनिक उपकरण Physiotherapy Unit में
यहां रोबोटिक उपकरण भी लगाए जाएंगे। जिला अस्पतालों के अलावा सभी सिविल अस्पताल और कुछ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) मिलाकर 135 अस्पतालों में भी फिजियोथेरेपी इकाई बनाई जाएगी। इसी वर्ष दोनों सुविधाएं शुरू हो जाएंगी।
इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने तैयारी शुरू कर दी है। सभी जिला अस्पतालों में पहले से फिजियोथेरेपी इकाई है। अब हर जगह फिजियोथेरेपिस्ट भी पदस्थ किए जा चुके हैं, पर पर्याप्त उपकरण नहीं होने से मरीजों को लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसे में कुछ जिलों की इकाई में संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं।
इनमें लगभग 15 तरह के बड़े फिजियोथेरेपी उपकरण रहेंगे। अभी डायथर्मी, टीएफटी और अल्ट्रासोनिक मसाज और साइक्लिंग की सुविधा ही मिल पाती है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सिविल अस्पताल और कुछ सीएचसी में शुरू की जा रही इकाई में भी फिजियोथेरेपेस्टि पदस्थ किए जाएंगे।
यहां उनका नाम रिहैबिलिटेशन वर्कर रहेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने सभी जिलों को इसके लिए कक्ष तैयार करने को कहा है। केंद्र के जीरियाट्रिक (बुजुर्ग) देखभाल कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से यह सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। इसमें 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार की होती है।