Pitra Paksha Shradh 2022 श्राद्ध पक्ष भाद्रपद शुक्ल की पूर्णिमा तिथि यानी शनिवार से शुरू होकर 25 सितंबर रविवार को समाप्त होगा। गुरुवार को ज्योतिष अशोक वार्ष्णेय ने कहा शुक्रवार को पूर्णिमा का व्रत रखा जायेगा। जबकि पूर्णिमा और प्रतिपदा का श्राद्ध 10 सितंबर यानी शनिवार को करना उचित रहेगा। उन्होंने कहा 10 सितंबर को यह तिथि अपराह्न व्यापिनी रहेगी। 11 सितंबर को प्रतिपदा तिथि अपराह्न काल से पूर्व ही समाप्त हो रही है।
16 सितंबर को सप्तमी का श्राद्ध करना उचित रहेगा। क्योंकि पंचांग अनुसार 16 व 17 सितंबर को सप्तमी तिथि अपराह्न व्यापिनी मिल रही है। 17 सितंबर को सप्तमी अपराह्न 2:15 पर समाप्त हो जाएगी। 17 सितंबर को सूर्य का कन्या राशि में प्रवेश और कन्या संक्रांति की वजह से पार्वण श्राद्ध की कमी रहेगी।
23 सितंबर को त्रयोदशी श्राद्ध के दिन मघा नक्षत्र का संयोग होने से पिंडदान नहीं किया जाएगा। 25 सितंबर रविवार अमावस्या को अज्ञात तिथि और सर्वपितृ श्राद्ध के साथ श्राद्ध पक्ष का समापन होगा। कहा ब्राह्मण और नारी का सम्मान करते हुये अपने पितरों के चित्र के समक्ष गीता का पाठ करना शुभ रहेगा।