PM Vaya Vandana Yojana: बुढ़ापे में लोगों को अपने जीवन में आर्थिक स्तर पर कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जीवन का ये पड़ाव उनके लिए काफी मुश्किल भरा होता है। ऐसे में अगर आप भी अपनी रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी को सुरक्षित करना चाहते हैं। ऐसे में आपको अभी से ही भविष्य की प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए। एक अच्छा निवेश आपके वृद्धावस्था की जिंदगी को आर्थिक रूप से सुरक्षित कर सकता है।
ऐसे में आपको किसी दूसरे व्यक्ति के ऊपर आर्थिक रूप से निर्भर नहीं होना पड़ेगा। आप एक आत्मनिर्भर जिंदगी जी सकेंगे। इसी कड़ी में आज हम आपको भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं। इस स्कीम का नाम प्रधानमंत्री वय वंदना योजना है। इस स्कीम की शुरुआत खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए की गई है।
इसी कड़ी में आइए जानते हैं प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के बारे में विस्तार से –
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना में निवेश करने के लिए आपकी उम्र 60 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। प्रधानमंत्री वय वंदना योजना भारत सरकार की स्कीम है। हालांकि, इसका संचालन एलआईसी द्वारा किया जा रहा है।
भारत सरकार की इस स्कीम में निवेश की अधिकतम सीमा 7.5 लाख रुपये थी। हालांकि, बाद में इसको बढ़ाकर 15 लाख कर दिया गया है। इस योजना में आप जितना निवेश करते हैं। उसी आधार पर व्यक्ति को 1 हजार रुपये से लेकर 9,250 रुपये की पेंशन दी जाती है।
इस स्कीम में निवेश करने पर आपको जीएसटी में छूट भी मिलती है। अगर आप हर महीने 1 हजार रुपये की पेंशन का लाभ उठाना चाहते हैं। ऐसे में आपको प्रधानमंत्री वय वंदना योजना में न्यूनतम 1.62 लाख रुपये का निवेश करना है।
इस स्कीम में आपको तिमाही पेंशन के लिए 1.61 लाख, छमाही पेंशन के लिए 1.59 लाख रुपये और वार्षिक निवेश के लिए 1.56 लाख रुपये इन्वेस्ट करने होंगे। प्रधानमंत्री वय वंदना योजना में आवेदन करते समय आपके पास आधार कार्ड, पैन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, बैंक खाता पासबुक, निवेश प्रमाण पत्र, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत होगी।