- प्रधानमंत्री आवास परियोजना PMAY का फर्जी अधिकारी KATNI में गिरफ्तार
- बायोमैट्रिक मशीन से अंगूठा लगवाकर कई जिले में लोगों के साथ सायबर ठगी का कुख्यात आरोपी निकला ज्ञानीष सोनी
- गुलवारा में हुई वारदात के बाद कुठला पुलिस ने आरोपी को दबोचा
PMAY मतलब प्रधानमंत्री आवास योजना का फर्जी आवास परियोजना अधिकारी बनकर कई जिलों में लोगों के साथ ठगी करने वाले शातिर बदमाश को कुठला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने गुलवारा निवासी एक युवक को आवास योजना के नाम पर बायोमैट्रिक थम्ब मशीन में अंगूठा लगवाकर सायबर ठगी की थी। कुठला थाना प्रभारी रोहित डेंगरे सहित टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि आवास योजना के नाम पर बायोमेट्रिक मशीन से अंगूठा लगवा कर धोखाधड़ी करने वाले शातिर बदमाश का पर्दाफाश कर दिया गया हैं। आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त वाहन व लगभग साढे 7लाख के मशरूका सहित बदमाश को गिरफ्तार किया गया हैं। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज केडिया तथा नगर पुलिस अधीक्षक शशिकांत शुक्ला के मार्गदर्शन में कुठला थाना पुलिस को मिली बड़ी सफलता में बताया गया कि आवेदन हरिमोहन गौतम निवासी गुलवारा ने कुठला थाना में शिकायत कराई थी कि 19 नवंबर को जब वह बायपास की तरफ जा रहा था तभी ग्राम द्वारा रोड पर एक सफेद रंग की आल्टो कार में एक अज्ञात व्यक्ति ने आकर आवेदक को स्वयं का परिचय आवास परियोजना अधिकारी के रूप में दिया था तथा प्रधानमंत्री आवास भवन आवंटन के संबंध में आवेदक से पूछताछ कर आवास का लाभ देने का लालच देकर उसका नाम पिता का नाम व आधार नंबर व मोबाइल नंबर पूछकर एक रजिस्टर में लिख लिया था। थंब मशीन से अंगूठा लगवाया अज्ञात व्यक्ति के चले जाने के बाद कुछ देर में आवेदक के मोबाइल में मैसेज आया कि उसके खाते से 10000 आहरित कर लिये गए हैं आवेदन पत्र की जांच पर प्रथम दृष्टि अज्ञात आरोपी के द्वारा बेईमानी पूर्वक पैसे ऐंठने पर अपराध धारा 420, 170 भारतीय दंड विधान के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
कई शहरों में वारदात को अंजाम दे चुका आरोपी
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कुठला थाना एवं साइबर सेल टीम को अज्ञात आरोपी की तलाश पतासाजी हेतु तटस्थ किया गया दिनांक 15 जनवरी को मुखविरों से सूचना प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति सफेद रंग की अल्टो कार से गांव गांव जाकर अपने आपको आवास परियोजना अधिकारी बताकर लोगों के अंगूठे के निशान थंब मशीन में ले रहा है। तथा अपनी कार से मैहर तरफ गया है। आरोपी के ग्राम बडेरा मोड पहुंचने पर रोड के किनारे एक सफेद रंग की अल्टो कार खड़ी दिखी पुलिस ने कार के पास जाकर कार में बैठे व्यक्ति से नाम पता पूछा उसने अपना नाम ज्ञानीष सोनी सुरेश कुमार सोनी रामनगर जिला सतना हाल गोहलपुर जबलपुर का होना बताया उक्त व्यक्ति पर संदेह होने पर उसके कार की तलाशी ली गई जो कार की पिछली सीट में एक बैग जिसमें दो नग रजिस्टर जिसमें कई लोगों के नाम आधार नंबर तथा विवरण लिखे हैं एक प्लास्टिक की पॉलीथिन के अंदर मानव अधिकार आयोग के लेटर पैड बैंक पासबुक पहचान पत्र विजिटिंग कार्ड तथा दूसरी पॉलिथीन में एक माइक जिसमें प्रथम न्यूज़ लिखा था रखे था कार के आगे की डिक्की में एक पॉलिथीन में नगद रुपए दो नग मोबाइल तथा एक थंब मशीन रखी मिलने पर पूछताछ हेतु संदेही को कार के साथ थाना लाया गया संदेही से सघन पूछताछ करने पर संदेही द्वारा 19 नवंबर को आवेदक हरिमोहन गौतम के साथ धोखाधड़ी का अपराध करना स्वीकार किया।
शातिर बदमाश जबलपुर का रहने वाला है जो मध्यप्रदेश की अन्य जिले रीवा सतना मंडला व जबलपुर उमरियापान जिले में भी वारदात को अंजाम देने सक्रिय था। जिसके विरूद्ध अलग अलग जिले के थानों में भी अपराध पंजीबद्ध हैं।
आरोपी के पास से 500 -500 के 180 नोट कुल 90000 दो मोबाइल सहित अन्य सामान जब्त किया गया।आरोपी के विरुद्ध सतना तथा रामपुर बघेलान में भी अपराध दर्ज है जिला जबलपुर थाना ग्वारीघाट के उमरिया पान कुठला में अपराध दर्ज है।
सायबर ठगी का पर्दाफाश करने में कुठला थाना प्रभारी रोहित डोंगरे के मार्गदर्शन में सहायक उपनिरीक्षक तीरथ तेकाम संतोष सिंह प्रधान अविनाश मिश्रा आरक्षक रामेश्वर सिंह राजेश चौधरी साइबर सेल कटनी से आरक्षक अजय शंकर एवं साइबर सेल टीम की सराहनीय भूमिका रही।