निजी अस्पतालों Private Hospital के मरीजों के साथ सुलूक मानवता को शर्मसार करने के मामले अक्सर सामने आते हैं। ताजा मामला झारखंड के जरीडीह प्रखंड की बाराडीह पंचायत के बहादुरपुर गांव से आया।
यहां एक महिला बसंती देवी को निजी अस्पताल ने पूरा बिल नहीं भरने पर भगा दिया. पीडि़त महिला 11 माह से पैर में लगे रॉड को निकालने का इंतजार करती रही. लेकिन पैसे के अभाव में और गरीबी के कारण वह घर में पड़ी रही. बसंती देवी के पैर का ऑपरेशन हुआ था, जिसमें बाहर से रॉड डाले जाने से उसकी जिंदगी असामान्य हो गई है. उसे रॉड निकाले बिना ही अस्पताल से भगा दिया गया.
बता दें कि 54 वर्षीय विधवा बसंती देवी को अक्टूबर 2021 में जब वो मजदूरी कर घर लौट रही थी तो सवार ने टक्कर मार दी. इस हादसे में शिकार होने के बाद वो इलाज का पूरा पैसा नहीं चुका सकी, तो जैनमोड स्थित लाइफ केयर अस्पताल ने केवल इलाज किया और बाद में पैर में लगे रोड को पैसे के आभाव में निकालने से इनकार कर दिया. इस मामले में पुलिस की भूमिका बेहद चौंकाने वाली रही.