Rahul Rescue मौत को कैसे किया जाता है परास्त जानना चाहते हैं तो मिलिए 10 साल के राहुल से।सही है। कोशिशें कामयाब होती हैं। 5 दिन से बोरबेल की गहरी खाई में कैद दस बरस के मासूम बच्चे को देर रात कारीब 12 बजे अथक परिश्रम के बाद सलामत बाहर निकाल लिया गया। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा के पिहरीद का 10 वर्षीय बालक राहुल मौत के मुंह से बाहर आ गया है।
राहुल बीते एक सौ पांच घंटे तक बोरवेल के 65 फीट गहरे गड्ढे में फंसा रहा। पांच दिनों तक एक ही स्थिति में जीने की जिद के साथ उम्मीद लिए 10 साल के राहुल के हौसले को न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरी दुनिया के लोग सलाम कर रहे हैं। गले तक पानी में डूबे राहुल ने एक पल के लिए भी हार नहीं मानी और अपनी अदम्य साहस, रेस्क्यू टीम की मेहनत और लोगों की दुआओं के बूते मौत से जिंदगी की जंग जीत ली।
रेस्क्यू टीम ने राहुल को मंगलवार देर रात बाहर निकाल लिया और फौरन उसे उपचार के लिए बिलासपुर के अपोलो अस्पताल रवाना किया। ऑपरेशन राहुल के दौरान पल पल की जानकारी लेकर दिशानिर्देश देने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल के साहस और उसके बचाव के फौलादी इरादों का जिक्र करते हुए बचाव कार्य में लगी एनडीआरएफ,एसडीआरएफ और सेना सहित सभी टीमों की प्रशंसा की है। राज्यपाल अनुसुइया उइके ने बचाव कार्य में जुटने वाले दलों को धन्यवाद दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी राहुल की सलामती की कामना के साथ लगातार अपडेट लेते रहे। जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा के पिहरीद का 10 वर्षीय बालक राहुल साहू शुक्रवार को दोपहर तीन बजे खेलते खेलते अपने घर के पीछे खुले बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था। जिसे बचाने के लिए शासन और प्रशासन लगतार जुटा हुआ था। राहुल को 105 घंटे चले बचाव अभियान के बाद बाहर निकाल लिया गया।