शख्स ने टिकट खरीदा पर भूल गया
क्या इसे मानेंगे वैलिड टिकट?
उस व्यक्ति ने रेलवे के रिजर्वेशन काउंटर (Reservation Counter) से टिकट खरीदा था। लेकिन जब वह ट्रेन पर सवार होने के लिए घर से निकले तो उस टिकट को जेब में या बैग में रखना भूल गए। हालांकि, उन्होंने टिकट का फोटो मोबाइल पर खींच लिया था। साथ ही उनके मोबाइल में रेलवे की तरफ से भेजा गया वह मैसेज भी है, जिसमें बर्थ और कोच की जानकारी है। वह टीटीई (TTE) को मोबाइल पर टिकट दिखाते हैं। क्या इसे टीटीई वैलिड टिकट मानेंगे?
यह नहीं है वैलिड टिकट
रेलवे बोर्ड (Railway Board) के अधिकारी का कहना है यदि किसी यात्री ने काउंटर से टिकट (Counter Ticket) खरीदा है तो उसे हर हाल में उस टिकट को साथ रखना होगा। ऐसे मामले में टिकट का फोटो या रेलवे का एसएमएस (Railway SMS) वैलिड नहीं हो सकता। क्योंकि काउंटर का टिकट जिसके पास होगा, वह इसे रेलवे की किसी खिड़की पर जा कर कैंसिल करा सकता है। कैंसिल (Ticket Cancellation) कराने के बाद वह रेलवे से पैसा ले लेगा। यहां तक कि ट्रेन छूटने के आधे घंटे बाद तक भी इसे कैंसिल कराया जा सकता है। यदि इस मामले में टिकट के फोटो पर ट्रेवल की अनुमति दे दी जाएगी तो रेलवे को दोतरफा घाटा होगा। एक तरफ तो रेलवे की सीट जाएगी और दूसरी तरफ टिकट कैंसिल करा के पैसा भी लिया जा सकता है।
रेलवे का एसएमएस कब होता है वैलिड
मोबाइल फोन पर सीट या बर्थ और कोच नंबर (Coach Number of Train) के बारे में भेजे गए संदेश को वैलिड टिकट माना जा सकता है। इसे साल 2012 में ही वैलिड किया गया था। लेकिन इसके साथ कुछ शर्त है। रेल अधिकारी का कहना है कि एसएमएस उन्हीं यात्रियों के मामले में वैलिड होगा, जिन्होंने आईआरसीटीसी की वेबसाइट (IRCTC Website) या मोबाइल फोन के ऐप (IRCTC App) से बुक कराया गया। जिन्होंने काउंटर से पेपर टिकट लिया है, उस मामले में यह वैलिड नहीं है।
काउंटर टिकट नहीं है तो यात्रा हो सकती है?
यदि किसी पैसेंजर ने काउंटर टिकट (PRS Counter Ticket) कटाया है और यात्रा के दौरान उसे टीटीई को नहीं दिखा सकता है, तो उस यात्री को कुछ शर्त पूरा करने पर यात्रा की अनुमति दी जा सकती है। पहले तो उसे टीटीई के सामन यह प्रूव करना होगा कि वही यात्री (Original Passenger) है, जिसके नाम से टिकट जनरेट हुआ है। दूसरा, उसे टिकट का दाम (Fare) और जुर्माना (Penalty) देना पड़ेगा। यदि टिकट एयर कंडीशन वाले क्लास का होगा तो जीएसटी (GST) अलग से भरना होगा।
ई टिकट के मामले में क्या होगा
ई टिकट (e ticket) के मामले में टिकट लेकर चलने की कोई बाध्यता नहीं है। जब रेलवे में ई टिकट शुरू किया गया था, उस समय ई टिकट का प्रिंट आउट (e ticket Printout) मैनडेटरी किया गया था। मतलब कि जो यात्री प्रिंट आउट ले कर नहीं चलते थे, उन्हें बेटिकट माना जाता था। लेकिन जब 2009 में ममता बनर्जी रेल मंत्री बनी थीं, तब इस समस्या पर गौर किया गया। इसके बाद ही ई टिकट लेने वालों के लिए टिकट का प्रिंट आउट ले कर चलने की बाध्यता खत्म की गई थी। कोई यात्री ई टिकट का प्रिंट आउट लेकर चलते हैं, तो भी कोई दिक्कत नहीं। यदि नहीं है तो उसका एसएमएस भी वैलिड होगा।