Rain in Madhya Pradesh: विदा होता मानसून अब अपने तेवर दिखा रहा है। मंगलवार रात से महाकोशल-विंध्य क्षेत्र में कहीं रिमझिम तो कहीं झमाझम बारिश का दौर शुरू हुआ, जो बुधवार सुबह तक जारी रहा। अंचल के बालाघाट, सिवनी, मंडला, डिंडौरी, कटनी, नरसिंहपुर, शहडोल, अनूपपुर, रीवा, सतना में बारिश से लोगों ने राहत की सांस ली, वहीं किसानों के चेहरे भी खिल गए। इस बारिश से फसलों को मानो नए प्राण्ा मिल गए हैं। हालांकि इससे आबादी वाले इलाकों में समस्याएं भी हुईं।
बालाघाट शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया है। इससे रहवासी परेशान हुए। जिले के लिंगा, लांजी मार्ग बाधित हो गए हैं। अनूपपुर जिले में बारिश से नदियां उफान पर हैं। तिपान नदी के पुल के ऊपर से पानी बहने से कई गांवों का संपर्क कट गया है। जैतहरी तहसील के वेंकटनगर निवासी पवन (50) पिता भोला केवट इसी नदी के कुटीघाट में बह गया है।
मंडला जिले में बुधवार को रुक-रुककर सुबह से कभी रिमझिम तो कभी जोरदार बारिश होती रही। जिला मुख्यालय सहित पूरे अंचल में वर्षा जारी है। नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। रीवा जिले में भी सुबह से बारिश हो रही है। झिमझिम बारिश का क्रम दिन भर रह-रह कर जारी रहा। विंध्य क्षेत्र में स्थित बाणसागर व बीहर बराज बांध पानी से लबालब हैं। बांध में पानी ज्यादा भर जाने के कारण डैम प्रबधंन लगातार पानी छोड़ रहा है। ज्यादा बारिश होती है तो इससे रीवा जिला भी प्रभावित हो सकता है।
शहडोल जिले में मंगलवार की सुबह से लेकर बुधवार सुबह तक 24 घंटे में डेढ इंच बारिश हो चुकी है। जिले के तालाब और कुएं लबालब हो गए हैं। वहीं बाणसागर बांध का जलस्तर भी 338.54 मीटर पहुंच चुका है। फिलहाल गेट खोलने की स्थिति अभी नहीं बनी है लेकिन पानी का दबाव बन रहा है। जिला मुख्यालय के पांडवनगर स्थित बड़ा तालाब में पानी अधिक मात्रा में भर जाने से मेड़ तोड़कर पानी को निकालना पड़ रहा है। तालाब के आसपास के घरों में पानी भरने लगा है वहीं जिले के निचले इलाकों में भी पानी भरने के समाचार मिले हैं।