Rain in MP पूरे मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। बादल छाने से रात का तापमान बढ़ने लगा है। इससे ठंड से राहत मिलने लगी है। राजधानी भोपाल में आज सुबह से ही घनी काली घटाएं छाई हैं। सुबह पौने आठ बजे के करीब बूंदाबांदी शुरू हो गई। सर्द हवाओं के साथ रिमझिम बौछार का यह दौर करीब आधा घंटे चला। भोपाल के अलावा विदिशा, सीहोर, रायसेन, अशोकनगर के अलावा सागर जिले में भी सुबह से रुक-रुककर बौछारें पड़ रहीं हैं।
वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास ट्रफ के रूप में सक्रिय है। पूर्वी राजस्थान से लेकर पश्चिमी मध्यप्रदेश से होकर विदर्भ तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इसके अतिरिक्त दक्षिण-पश्चिमी बिहार पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन चार वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने के कारण मप्र में बादल छाने लगे हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार-बुधवार के प्रदेश के अधिकतर जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इस दौरान जबलपुर, शहडोल, रीवा संभागों के जिलों में कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। इस दौरान दिन के तापमान में कुछ गिरावट होगी, जबकि रात का तापमान कुछ बढ़ेगा।
सोमवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही पिछले दिन के अधिकतम तापमान के मुकाबले 1.2 डिग्री सेल्सियस कम रहा। साहा के मुताबिक बादल छाने के कारण दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मंगलवार को अधिकतम तापमान में कुछ और गिरावट हो सकती है। दरअसल अलग-अलग स्थानों पर चार वेदर सिस्टम बने हुए है। इस वजह से हवा के साथ लगातार आ रही नमी के कारण बादल छा गए हैं। मंगलवार एवं बुधवार को प्रदेश के अधिकतर जिलों में गजज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना है। इस दौरान ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं