Rainfall in MP। अरब सागर में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनना शुरू हो गया है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह बादल मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में आकर बरसेंगे।
नफा या नुकसान यह तो किसान की फसल पकने के बाद ही पता चलेगा लेकिन सर्दी के मौसम में दक्षिण के बादल लोगों के स्वास्थ्य के लिए निश्चित रूप से हानिकारक होंगे। अरब सागर में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनना शुरू हो गया है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह बादल मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में आकर बरसेंगे।
मौसम विभाग की ओर से बताया गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण पूर्वी अरब सागर में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनेगा तथा उसके प्रभाव से एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है। यह निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा तथा मध्यपूर्व अरब सागर तक पहुंचेगा। इस दबाव के क्षेत्र से एक निम्न दबाव की रेखा उत्तर पूर्वी अरब सागर होते हुए गुजरात के पश्चिमी भागों तक विकसित हो सकती है।
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि दिनांक 29 नवंबर को महाराष्ट्र में और दिनांक 30 नवंबर को मध्यप्रदेश के आसमान में अरब सागर के बादल पहुंच जाएंगे। मध्य प्रदेश के धार, खंडवा, खरगोन, बेतूल, इंदौर तथा भोपाल आदि जिलों में बारिश होने की संभावना है। मध्यप्रदेश के आसमान पर कितने बादल आएंगे और कितनी बारिश होगी इसका अनुमान दिनांक 29 नवंबर को ही लगाया जा सकता है।