Rape: नकली दारोगा बनकर तीन साल तक बुरहानपुर में महिला आरक्षक से करता रहा दुष्कर्म

Rape नकली दारोगा बनकर तीन साल तक बुरहानपुर में महिला आरक्षक से करता रहा दुष्कर्म

Rape शादी का झांसा देकर तीन साल से महिला आरक्षक से दुष्कर्म Rape कर रहे नकली दारोगा को लालबाग थाना पुलिस ने सोमवार को मुरैना से गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को आरोपित तुलसी कॉलोनी मुरैना निवासी सुभाष पुत्र उमेश सिंह सिकरवार को न्यायालय में पेश कर 25 नवंबर तक रिमांड पर लिया गया है। पुलिस की एक टीम उसे लेकर मुरैना पहुंची है। जहां उप निरीक्षक की वर्दी, आई कार्ड व अन्य सामग्री बरामद होने की उम्मीद है।

लाइन में पदस्थ पीड़ित महिला आरक्षक को कुछ दिन पहले ही इस बात का पता चला था कि खुद को सब इंस्पेक्टर और कुंआरा बताने वाला आरोपित न तो कुंआरा है और न ही पुलिस विभाग में है। जिसके बाद उसने पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा को लिखित शिकायत देकर आपबीती बताई थी। जांच के बाद लालबाग पुलिस ने आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था।

आरोपित की पत्नी भिंड में महिला थाना प्रभारी

दुष्कर्म और धोखाधड़ी के मामले में आरोपित बनाए गए सुभाष सिकरवार की पत्नी गीता तोमर वर्तमान में भिंड जिले में महिला थाना प्रभारी हैं। उनकी शादी 2003 में आरोपित के साथ हुई थी और उनके बच्चे भी हैं। आरोपित ने शुरूआत से ही इस सत्य को पीड़ित महिला आरक्षक से छिपाए रखा और खुद को कुंआरा बताता रहा। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि आरोपित द्वारा बनाए गए सब इंस्पेक्टर के फर्जी दस्तावेज संभवत: अपनी पत्नी के दस्तावेज देखकर बनाए गए होंगे।

साथ में की थी कोचिंग

पूछताछ में आरोपित और महिला आरक्षक ने बताया कि साल 2014 में मुरैना के विद्या देवी संस्थान में दोनों एकसाथ पुलिस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान उनकी पहचान हुई और एक दूसरे के प्रति आकर्षित हुए। इसके बाद 2018 में महिला आरक्षक का पुलिस सेवा में चयन हो गया, लेकिन आरोपित सुभाष फेल हो गया। बावजूद इसके वह खुद को चयनित बताता रहा। इस दौरान महिला आरक्षक ग्वालियर, भिंड, इंदौर व बुरहानपुर में पदस्थ हुई। सभी जगह आरोपित आता-जाता था और शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करता था

Exit mobile version