नई दिल्ली। देश में रिटायरमेंट (retirement) के उम्र सीमा को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल केंद्र सरकार (modi government) की इकोनामिक एडवाइजरी काउंसिल (economic advisory council) ने एक ऐसा प्रस्ताव जारी किया है। जिसमें सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा को बढ़ाने की बात कही गई है। मामले की दलील देते हुए इकोनामिक एडवाइजरी काउंसिल ने कहा है कि आने वाले समय में देश में बुजुर्गों की आबादी तेजी से बढ़ेगी। जिसको देखते हुए सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाई जानी चाहिए।
दरअसल प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद ने रिटायरमेंट की उम्र सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। इस मामले में इकोनामिक एडवाइजरी काउंसिल भारत देश में इंफेक्शन की वजह से आने वाले वक्त में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा सकती है। मामले में आर्थिक सलाहकार परिषद का कहना है की पिछली पीढ़ी के मुकाबले बेहतर health infrastructure के कारण बुजुर्गों के जीवन काल में बढ़ोतरी जारी रह सकती है जिसके बाद बुजुर्ग लोगों को उनकी पिछली पुरी के मुकाबले ज्यादा समय तक काम करने की इजाजत दी जानी चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कामकाजी उम्र की आबादी को बढ़ाने के लिए सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाने की जरूरत है। वही रिटायरमेंट की उम्र को चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जाना चाहिए। इकोनामिक एडवाइजरी काउंसिल का कहना है कि भारत युवाओं का देश है और यहां कामकाजी युवाओं की बहुत ज्यादा बड़ी आबादी है।
इस मामले में परिषद के अध्यक्ष विवेक देवराय ने जारी रिपोर्ट में कहा कि सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाने से कर्मचारी की जरूरत और नौकरियों की उपलब्धता से समझौता भी नहीं करना पड़ेगा और साथ ही बुजुर्ग लोगों के रोजगार के मौके भी जारी होते रहेंगे। रिपोर्ट में कहा गया कि 50 साल से ऊपर के बुजुर्गों के स्किल डेवलपमेंट को बढ़ाया जाना चाहिए। साथ ही केंद्र और राज्य सरकार को ऐसी नीति बनानी चाहिए। जिससे 50 वर्ष से ऊपर के लोगों का कौशल विकास किया जा सके।
वही रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा बुजुर्गों की संख्या फिलहाल राजस्थान जिले में है। जिसके बाद महाराष्ट्र और बिहार में इसकी आबादी अव्वल दर्जे पर है। वहीं उत्तराखंड, हरियाणा सहित अन्य राज्यों में भी बुजुर्गों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मामले में आंकड़ों की माने तो 2019 में भारत की कुल आबादी का 10 फीसद हिस्सा 60 वर्ष की आयु से अधिक के लोग थे। जबकि 2050 में यह आंकड़ा दुगना होने के अनुमान जताया गए हैं।