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RSS MEETING : राममंदिर निर्माण में जनभागीदारी बढ़ाने की मुहिम पर होगा मंथन

RSS MEETING : राममंदिर निर्माण में जनभागीदारी बढ़ाने की मुहिम पर होगा मंथन। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट एवं संघ पदाधिकारियों की इस संयुक्त बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास भी अस्वस्थ होने की वजह से बैठक में शामिल नहीं होंगे। हालांकि विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय एवं ट्रस्ट के अन्य सदस्य इस बैठक में जरूर शिरकत करेंगे। इसकी सूचना ट्रस्ट के सदस्यों को दे दी गई है। बैठक में अयोध्या में आकार ले रहे श्रीराम मंदिर की भव्यता और दिव्यता को लेकर मंथन होगा। मंदिर निर्माण में हर एक हिंदू की सहभागिता हो इसके लिए कूपन आदि के माध्यम से किस तरह से चंदा लिया जाए, उस पर भी विचार विमर्श किया जाएगा।

इसके पूर्व  20 अगस्त को अयोध्या में आरएसएस के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी एवं सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल की मौजूदगी में मंदिर ट्रस्ट की संयुक्त बैठक हुई थी। इसमें राममंदिर के निर्माण में जनभागीदारी बढ़ाने की योजना पर मंथन हुआ था। यह भी तय हुआ था कि दस करोड़ हिंदू परिवारों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जोड़ा जाए। मंगलवार को होने वाली बैठक में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, के पराशरण, नृपेंद्र मिश्र, वासुदेवानंद सरस्वती, कामेश्वर चौपाल, विमलेंद्र मोहन आदि शामिल होंगे।

सामाजिक तानाबाना मजबूत करने को कोर

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल पूर्वी उत्तर प्रदेश की दो दिवसीय बैठक के आखिरी दिन संघ की कोर कमेटी और आनुषांगिक संगठन की दो सत्रों में बैठक होगी। इस दौरान सामाजिक समरसता, जल संरक्षण, पॉलिथीन का प्रयोग कम करने जैसे मुद्दों पर संघ कोर कमेटी के सदस्य चर्चा करेंगे। बैठक में भाजपा, विहिप, बजरंग दल, स्वदेशी जागरण मंच के भी प्रमुख पदाधिकारी भाग लेंगे।

दरअसल संघ के साथ विहिप का पिछले कुछ समय से संयुक्त परिवार पर जोर है। संघ परिवार का मानना है कि भारतीय संस्कृति में संयुक्त परिवार की परंपरा रही है। लेकिन वर्तमान दौर में संयुक्त परिवार की परंपरा की जगह हिंदुओं में विघटन हो रहा है। कोरोना काल में संघ की ओर से कुटुंब शाखाओं का भी इसी वजह से लगातार आयोजन किया गया। उधर विहिप भी इस अभियान को लगातार गति दे रही है। विहिप की टोलियां अभी गांव एवं कस्बों में लोगों को कम से कम सप्ताह में एक दिन सामूहिक सत्संग के लिए प्रेरित भी कर रही हैं, ताकि परिवार के सभी सदस्य एक जगह एकत्र हों।

 

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