RussiaUkraineConflict: यूक्रेन पर रूस के हमले जारी है। अब तो रूस की सेना यूक्रेन के शहरों तक पहुंच गई है। हवाई हमलों और सेना की गोलीबारी के कारण आम लोगों पर संकट आ गया है। अब तक करीब 250 आम नागरिकों के मारे जाने की बात यूक्रेन की ओर से कही गई है। इस बीच, यूक्रेन के गुरुवारे और इस्कॉन मंदिर मानवता की मिसाल बनकर उभरे हैं। इन गुरुद्वारों और मंदिरों में बिना किसी भेदभाव के जरूरतमंदों की मदद की जा रही है। भूखों को खाना खिलाया जा रहा है और बेघरों को शरण दी जा रही है। रूसी सेना की मिलाइलों और बमों से बचने के लिए लोग यहां आकर शरण ले रहे हैं।
#Ukraine: Guru Ka Langar on a train
These guys were fortunate to get on this train which is travelling east of Ukraine to the west (to Polish border )
Hardeep Singh has been providing Langar and assistance to many students from different countries.What a guy#UkraineRussia pic.twitter.com/CyWZnWVePz
— ravinder singh (@RaviSinghKA) February 25, 2022
पोलैंड के साथ यूक्रेन की सीमा की यात्रा करने वाले भूखे छात्रों की सेवा करने वाले ‘ट्रेन पर लंगर’ का एक वीडियो सामने आया है। वायरल वीडियो रविंदर सिंह (खालसा एआईडी के संस्थापक-सीईओ) द्वारा ट्विटर किया गया है, जिसमें छात्रों को चलती ट्रेन में लंगर का आनंद लेते हुए दिखाया गया है। ट्वीट में विभिन्न देशों के कई छात्रों को लंगर भोजन और मदद देने के लिए उल्लेख किया गया है। नीचे देखिए वीडियो
Whenever there is crisis, Indian diaspora come forward to help. Today 40 refugees from Ukraine reached Warsaw and they have been given shelter in local Gurudwara. Another thirty are on way and they will be staying in local temple. @narendramodi @DrSJaishankar pic.twitter.com/W9aweEwGcE
— Dr Vijay Chauthaiwale (@vijai63) February 26, 2022
बता दें, हाल के दिनों में जहां-जहां मानव जाति पर संकट आया है, गुरुद्वारे मिसाल बनकर नजर आए हैं। चाहें कोरोना महामारी का दौर हो या अफगानिस्तान में जंग। अफगानिस्तान संकट के दौरान सिख संगठनों ने अपनी मानवीय सहायता के लिए सुर्खियां बटोरीं थी। संगठन ने अफगान नागरिकों को बचाया जो अपने देश से भाग गए थे और उन्हें शरण दी, भोजन दिया।
इस्कॉन ने सभी के लिए खोले द्वार
यूक्रेन में बढ़ते तनाव के बीच इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) ने पूर्वी यूरोपीय राष्ट्र में जरूरतमंद लोगों के लिए मंदिर के द्वार खोल दिए हैं। इस्कॉन, कोलकाता के उपाध्यक्ष, राधारमण दास ने बताया, ‘पूरे यूक्रेन में इस्कॉन मंदिर जरूरतमंद लोगों की सेवा के लिए तैयार हैं। हमारे भक्त संकट में पड़े लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे मंदिर के दरवाजे सेवा के लिए खुले हैं। यूक्रेन में इस्कॉन के 54 से अधिक मंदिर हैं और हमारे भक्त कोशिश कर रहे हैं कि किसी भी तरह से दूसरों की सेवा करें। रविवार सुबह हमें कीव में अपने भक्तों से एक अपडेट मिला और भगवान कृष्ण की कृपा से वे सभी सुरक्षित हैं और हमारे 54 मंदिर भी सुरक्षित हैं।
Thread | All 54 ISKCON temples are providing food to needy people in Ukraine…
Say "Hare Krishna"
1/4 pic.twitter.com/B9p1q7yLhX— हमारे मंदिर (@ourtemples_) February 27, 2022