Sarkar ke Sipahi MP सरकार बच्चों में ऊर्जा बचाने के संस्कार डाल रही है। इसलिए बिजली बचाने के अभियान से स्कूल और कालेज के बच्चों को जोड़ा जा रहा है। वे अपने-अपने घरों में सरकार के सिपाही के रूप में तैनात होंगे और बिजली की फिजूलखर्ची पर रोक लगाएंगे। इसके लिए सरकार ने निजी एवं सरकारी स्कूलों और कालेजों का सहारा लिया है।
उनसे कहा है कि वे ऊर्जा साक्षरता अभियान (ऊषा) से बच्चों को जोड़ें और उन्हें बिजली बचाने के लिए प्रेरित करें। इसके बाद स्कूल भी बच्चों से ऊषा एप डाउनलोड कर पंजीयन करने को कह रहे हैं। सरकार का मानना है कि ऐसा करने से बच्चे न सिर्फ बिजली की बचत करना सीख जाएंगे, बल्कि अभिभावकों को भी जीवन में ऊर्जा का महत्व समझा पाएंगे। अभियान से जुड़कर बिजली की फिजूलखर्ची रोकने में सफल रहने वाले बच्चों को पुरस्कृ त भी किया जाएगा।
प्रदेश में ऊर्जा की बचत के लिए ‘ऊर्जा साक्षरता” अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अनेक कार्यक्रमों में प्रदेश की जनता से बिजली बचाने की अपील कर चुके हैं। वे कह चुके हैं कि बिजली की बचत ही बिजली का उत्पादन है। इसलिए बिजली की फिजूलखर्ची रोकें। फिर भी अपेक्षाकृत परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं। जिसे देखते हुए स्कूल और कालेज के बच्चों को अभियान से जोड़ा जा रहा है। इसकी जिम्मा स्कूल व कालेज प्रबंधन को सौंपा गया है। स्कूल और कालेजों के कहने पर अब तक पांच लाख बच्चे ऊर्जा एप डाउनलोड कर चुके हैं। जिसे तेजी से बढ़ाने का लक्ष्य है। स्कूलों ने एप डाउनलोड कराने का अभियान चला रखा है।