Satta Online? शाहरुख खान, महेंद्रसिंह धोनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे लोगों को लाखों युवा अपना आदर्श मानते हैं। इनके एक इशारे पर वे मरने-मारने को तैयार हो जाते हैं। लाखों युवाओं के ये आदर्श उन्हें सट्टा और जुआ खेलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। वे बाकायदा विज्ञापन के जरिए युवाओं को बता रहे हैं कि आनलाइन सट्टा खेलकर कैसे वे करोड़ों रुपये कमा सकते हैं। अपने आदर्श की बात मानकर युवा करोड़ों रुपये सट्टे में गंवा रहे हैं। कर्ज में फंसे कई युवा आत्महत्या कर चुके हैं। आनलाइन सट्टे पर तुरंत रोक लगाई जानी चाहिए।
यह मजमून है मप्र उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के समक्ष दायर एक जनहित याचिका का। इसे अभिभाषक विनोद द्विवेदी ने दायर किया है। इसमें शाहरुख खान, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा सहित कुल छह पक्षकार हैं। याचिका में बताया गया है कि लाखों युवाओं के ये आदर्श उन्हें आनलाइन सट्टा खेलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इनकी बातों में आकर युवा सट्टे में पैसे गंवा रहे हैं। अवसाद में आकर कई युवा आत्महत्या कर चुके हैं।
कई राज्यों में आनलाइन खेलों पर लगी है रोक – याचिका में लिखा है कि बिहार, तेलंगाना, कर्नाटक सहित कई राज्यों ने इस तरह के आनलाइन खेलों पर रोक लगा दी है, लेकिन मध्य प्रदेश में ऐसा नहीं किया गया। याचिकाकर्ता ने पक्षकारों को नोटिस भी जारी किया था, लेकिन किसी ने भी उत्तर नहीं दिया। सोमवार को युगलपीठ के समक्ष याचिका पर सुनवाई हुई। न्यायालय ने याचिकाकर्ता से पूछा कि उन्होंने आनलाइन खेल पर रोक लगाने की मांग तो की है लेकिन शासन को पक्षकार नहीं बनाया है। न्यायालय ने याचिकाकर्ता को याचिका में संशोधन की अनुमति देते हुए सुनवाई 10 मई तक आगे बढ़ा दी।