School Closed in MP कोरोना के चलते मध्यप्रदेश में स्कूलों को बंद करने का फैसला ले लिया गया है। news24you.com ने कल ही इसकी जानकारी दी थी।
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए 15 जनवरी से 31 जनवरी तक कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे। सभी प्रकार के मेले चाहे वाणिज्यिक हों या धार्मिक मेलों पर प्रतिबंध रहेगा। कोई जुलूस और रैली, राजनीतिक या सामाजिक सभा भी प्रतिबंधित रहेगी : CM pic.twitter.com/nrBhuTs862
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) January 14, 2022
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 31 जनवरी तक सभी स्कूलों को बंद रखने का ऐलान कर दिया है। 20 जनवरी से प्री-बोर्ड टेक होम एग्जाम होंगे। यानी प्रश्न पेपर घर से हल करना होगा। सभी तरह की रैलियों पर भी रोक लगा दी गई है। इसके अलावा स्पोर्ट्स एक्टिविटीज 50% कैपेसिटी से होंगे। इस दौरान जनता नहीं रहेगी। वहीं सभी तरह के आयोजनों पर प्रतिबंध रहेगा। 50% कैपेसिटी के साथ हॉल में कार्यक्रम हो सकेंगे।
सीएम शिवराज ने शुक्रवार को क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक ली। इसमें कहा- कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमितों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है। आज जरूरी है कि कुछ जिलों की समीक्षा करें। संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।
कोरोना की थर्ड वेव मध्यप्रदेश के शहरों से लेकर गांवों तक फैल चुकी है। इसने सरकार को चिंता में डाल रखा है, इसलिए सीएम राज्यस्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक ले रहे हैं। शिवराज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ग्रामीण स्तर के जिम्मेदारों के साथ चर्चा कर रहे हैं।
मध्यप्रदेश के सभी जिलों में कोरोना पांव पसार चुका है। हर जिले में एक्टिव केस हैं। प्रदेशभर में कोरोना पॉजिटिविटी रेट लगातार बढ़ रहा है। 2 जनवरी को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक हुई थी। इस दिन कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 0.36 प्रतिशत रेट था। 13 जनवरी को प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 5.15 प्रतिशत हो गया है। 11 दिन बाद पॉजिटिविट रेट में 4.79 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि ऐसे में मुख्यमंत्री प्रदेश में पाबंदियां भी बढ़ाने के लिए निर्देश जारी कर सकते हैं।
17 हजार से अधिक मिले नए मरीज
कोरोना के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। 21 नवंबर को 85 केस थे। 2 जनवरी को पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर 608 हुई। अब यह संख्या 17,652 हो चुकी है। 11 दिन में 17 हजार से अधिक नए मरीज मिले हैं। तीसरी लहर बच्चों को भी तेजी से चपेट में ले रही है।