देवास। चोर सरकारी अफसरों के घरों में बड़ी चोरी की नीयत से घुसते हैं, लेकिन हाथ ज्यादा कुछ नहीं लगे तो उन्हें लगता है मेहनत पर पानी फिर गया। देवास में एसडीएम के सरकारी मकान में चोरों को ज्यादा सामान नहीं मिला तो चोर नाराज हो गए। चोरों अपने हाथों से लिखकर एक चिट्ठी छोड़ गए। जिसमें लिखा था कि जब पैसे नहीं थे लाक नहीं करना था कलेक्टर। चोरों की ऐसी अजीब चिट्ठी पढ़कर एक बार तो एसडीएम के चेहरे पर मुस्कान आ गई।
दरअसल, खातेगांव में पदस्थ एसडीएम त्रिलोचन गौड़ का शहर के सिविल लाइन में सरकारी आवास है। वे वर्तमान में खातेगांव में पदस्थ हैं। इसलिए करीब 15 दिन से उनका घर सुना था। इस दौरान चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया। चोरों ने जब घर खंगाला तो ज्यादा कीमती सामान नहीं मिली। कुछ नगदी और ज्वलेरी चोरी हुई है, लेकिन जाते वक्त चोरों ने एसडीएम के नाम चिट्ठी लिखकर अपना गुस्सा उतारा। जिसके लिए उन्होंने एसडीएम के घर से ही पेन और कागज लिया और लिखा कि जब पैसे नहीं थे तो लाक नहीं करना था कलेक्टर।
सूचना के बाद एसडीएम गौड़ और कोतवाली टीआई उमरावसिंह आवास पर पहुंचे थे। पुलिस को मौके से चिट्ठी मिली। टीआई सिंह ने बताया कि एक सोनी की अंगुठी और कुछ हजार नगद गए हैं। एसडीएम गौड़ ने बताया कि बड़ा अधिकारी समझकर चोर बड़े माल की उम्मीद लेकर चोरी करने घुसे होंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। एसडीएम ने बताया कि जब वे घर पहुंचे तो घर का पूरा सामान अस्त व्यस्थ था। आलमारी का पूरा सामान पलंग पर था। चोर टेबल पर ही चिट्ठी रखकर ताकि हमें आसानी मिली जाए।