भोपाल । शाजापुर में कोरोना कर्फ्यू के दौरान दुकान खुली देखकर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (एडीएम) मंजूषा विक्रांत राय द्वारा दुकानदार को थप्पड़ मारने की घटना पर मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने इस बारे में उज्जैन कमिश्नर से दस दिन में प्रतिवेदन मांगा है।
मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जैन और सदस्य मनोहर ममतानी ने मानव अधिकार हनन से जुड़े इस मामले को गंभीरता से लिया है। शाजापुर में कोरोना कर्फ्यू की स्थिति का जायजा लेने के लिए मंजूषा विक्रांत राय निकली थी।
इस दौरान उन्हें अब्दुल हफीज की दुकान खुली मिली तो उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए थप्पड़ मार दिया। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। हफीज का कहना है कि दुकान से ही घर का रास्ता है। मामले की गंभरीता को देखते हुए आयोग ने उज्जैन कमिश्नर से दस दिन में प्रतिवेदन मांगा है।