Shivshankar Pateriya पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के समर्थक और मध्य प्रदेश वन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष शिवशंकर पटेरिया ने जहरीला पदार्थ खाकर जान देने की कोशिश की। उन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए सागर ले जाया गया है जहां पटेरिया को वेंटीलेटर पर रखा गया है। वायरल हो रहे उनके सुसाइड नोट में यह लिखा है कि वह सरकार से नहीं लड़ सकते। उन्हें झूठे मामले में फंसाकर सजा दिलाने के लिए शासन में बैठे लोग सक्रिय हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश वन विकास निगम के अध्यक्ष रहे शिवशंकर पटेरिया ने जहरीला पदार्थ खाकर जान देने की कोशिश की। उनके इस घटना की जानकारी वॉट्सऐप मैसेज के माध्यम से वायरल हुई। बताया जाता है कि सागर जिले के मंडी बामौरा स्थित बिहारी का बगीचा में यह घटना हुई। उन्हें तुरंत बीना ले जाया गया मगर हालत चिंताजनक होने की वजह से उन्हें सागर रेफर कर दिया गया।
शिवशंकर पटेरिया ने सुसाइड नोट में यह लिखा
वायरल हो रहे सुसाइड नोट की लाइव हिंदुस्तान पुष्टि नहीं करता है लेकिन उसमें जो लिखा है वह आपके सामने रख रहा है। कथित सुसाइड नोट में आत्महत्या पत्र शीर्षक लिखा है। इसमें पटेरिया ने खुद को संबोधित करते हुए आत्महत्या के लिए जिम्मेदार व्यक्ति का नाम अजयगढ़ पन्ना के हनुमान प्रसाद द्विवेदी का नाम लिखा है। उसके बारे में पटेरिया ने लिखा है कि वह 16 साल से उनके साथ था और सबकुछ ठग कर ले गया। दूसरा कारण हत्या के प्रयास के मामले में सरकार को घेरा है। सुसाइड नोट में लिखा है कि उसके खिलाफ 307 का केस सरकार ने एकतरफा लगाया है औऱ शासन में बैठे लोग मुझे सजा दिलाने के लिए प्रत्यक्ष रूप से सक्रिय हैं। सरकार से नहीं लड़ सकता और इतना ताकतवर नहीं हूं। पटेरिया के कथित सुसाइड नोट में उन्होंने एक साल से अपनी परेशानी बताई है और कहा कि अब जिया नहीं जाता। हर निर्णय उलटा हो रहा है।