Slemenabad Tunnel Accident भूमिगत नहर की मिट्टी धंसने से नौ मजदूर दब गए। रविवार सुबह तक इनमें से 7 को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और अंदर फंसे 2 मजदूरों को निकालने का प्रयास जारी है। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक प्रणय पांडे पूरे समय डटे रहे। प्रशासन भी रात भर मजदूरों के रेस्क्यू में जुटा रहा।
रात करीब साढ़े सात से आठ के बीच जब मजदूर काम कर रहे थे, तभी मिट्टी बगल से धंसकने लगी और मजदूर उसके नीचे दब गए। इसकी सूचना नर्मदा विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों ने जिला प्रशासन को दी। इसके बाद कलेक्टर प्रियंक मिश्रा व एसपी सुनील जैन मौके पर पहुंचे। सुरक्षित निकाले गए तीन मजदूर दीपक, नर्मदा व मुन्नीदास पड़कुर गांव, जिला सिंगरौली के रहने हैं। फंसे मजदूर सिंगरौली के चितरंगी, महाराष्ट्र के नागपुर व झारखंड के बताए जा रहे हैं।
बरगी व्यपवर्तन परियोजना की स्लीमनाबाद भूमिगत नहर की लागत 799 करोड़ रुपये व लंबाई 11.95 किमी है। इसका अनुबंध मार्च 2008 में हुआ और इसे 40 माह की अवधि में जुलाई 2011 तक पूर्ण किया जाना था। मुख्यमंत्री ने संबंधितों से जून 2023 तक टनल का कार्य पूरा करने के लिए कहा है।