दोस्तों आप सभी तो जानते ही है कि आज के समय पर किसान भाई सब्जियों की खेती करके काफी अच्छा पैसा कमा रहे हैं इसके लिए आज हम किसान भाइयों के लिए करेले की खेती की जानकारी लेकर आ गए हैं जो की एक औषधि सब्जी है और इसे हर कोई खाना पसंद करता है। तो दोस्तों चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से इसके बारे में अधिक जानकारी लेते हैं।
Read Also: Yamaha RX100: मॉडर्न फीचर्स के साथ इतनी सी कीमत में Launch हुई Yamaha RX100 की धांसू बाइक
उपयुक्त मिट्टी और जलवायु
दोस्तों यदि आप भी करेले की खेती करना चाहते हैं तो सर्वप्रथम आपको इसकी खेती में अधिक मुनाफा पाने के लिए बलुई या दोमट मिट्टी का प्रयोग करना चाहिए साथी आप नदी किनारे की जलोढ़ मिट्टी का भी प्रयोग इसकी खेती में कर सकते हैं जो की गर्म जलवायु में काफी बेहतर उपज देती है और खेती के समय इसका तापमान 25 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच काफी फायदेमंद होता है।
आज ही शुरु करे औषधीय गुणों से भरपूर करेले की खेती, कम समय में मिलेगा सबसे बेहतर मुनाफा
सही समय और उन्नत किस्म
दोस्तों यदि आप करेले की खेती करते हैं तो इसे आप जायद और खरीद दोनों सीजन में कर सकते हैं लेकिन जायद के सीजन में आपको खेती में ज्यादा लागत आती है और मुनाफा भी ज्यादा होता है इसकी बुवाई आप फरवरी से मार्च में कर सकते हैं जो कि मैं से जून में तैयार मिल जाती है और वहीं पर अगर आप जून से जुलाई में इसकी खेती करते हैं तो अगस्त से सितंबर में आप इससे पैदावार ले सकते हैं। खेती के अंदर आप पूसा विशेष अर्क हरित और पूसा हाइब्रिड दो के साथ कल्याणपुर बारहमासी किस्म का प्रयोग इसमें कर सकते हैं।
जानिए कैसे करें खेती
दोस्तों करेले की खेती के लिए सबसे पहले आपको खेत तैयार करके इसमें गोबर की खाद डालनी होती है जिसके बाद कल्टीवेटर से अच्छी तरीके से जुटाए करके पता लगाकर मिट्टी को समतल बना ले और फिर बुवाई से पहले खेत में नारियों बनाकर 600 ग्राम बीज को आप प्रति एकड़ में प्रयोग कर सकते हैं। ध्यान रहे की बीजों की गहराई दो से तीन इंच और नाली से नाली की दूरी 2 मीटर और इसी के साथ पौधे से पौधे की दूरी 70 सेंटीमीटर होनी चाहिए और बैल को मचान के ऊपर चढ़ने के लिए उचित व्यवस्था होनी चाहिए।